स्मृति हीरा सिंह राणा के गीतों में पहाड़ का लोक धड़कता हैसमकालीन जनमतJune 19, 2020June 21, 2020 by समकालीन जनमतJune 19, 2020June 21, 202001054 नवेंदु मठपाल 13 जून की सुबह सुबह जैसे ही फेसबुक खोला एक मित्र की वाल पर उत्तराखण्ड के लोकगायक, कुमाउनी कवि हीरा सिंह राणा जी...
स्मृति ‘ लसका कमर बांधा, हिम्मत का साथा, फिर भोला उज्याली होली, कां ले रौली राता ’ इन्द्रेश मैखुरीJune 18, 2020June 18, 2020 by इन्द्रेश मैखुरीJune 18, 2020June 18, 202002919 व्यक्तिगत दुख,तकलीफ और परेशानियों की परवाह किए बगैर हीरा सिंह राणा पहाड़ के,पहाड़ के सुख-दुख और पीड़ा-वंचना के गीत गाते रहे....