कहानी ‘रोटी के चार हर्फ़’ सामायिक घटनाओं और सामाजिक विभेद की सरोकारी रचना हैसमकालीन जनमतFebruary 7, 2021February 7, 2021 by समकालीन जनमतFebruary 7, 2021February 7, 202102347 गति उपाध्याय “रोटी के चार हर्फ़ ” सिर्फ एक कहानी ही नहीं बल्कि एक कथाचित्र है | कहानी पाठकों के दिलदिमाग़ में चित्र खींचती है...
कहानी अनकहा आख्यान: जया जादवानीसमकालीन जनमतJuly 21, 2019April 8, 2020 by समकालीन जनमतJuly 21, 2019April 8, 202004326 डॉ. हर्षबाला शर्मा कहानी और कविता के भीतर बहते इन्तज़ार की नदी कहानी पढ़ते हुए अगर कविता भीतर जन्म लेने लगे और आप उसमें बहते...
कहानी एक राजा था जो सीताफल से डरता था: प्रवीण कुमारसमकालीन जनमतJuly 14, 2019July 14, 2019 by समकालीन जनमतJuly 14, 2019July 14, 201906111 योगेंद्र आहूजा हिंदी कहानी के लिये पिछले तीन दशक रोमांचक रहे हैं । इस दौरान कहानी की दुनिया में ऐसी खलबली, उत्तेजना और बेचैनी देखी...