पुस्तक इंजीकरी: सहेली सा संवाद करतीं, समय की भाषा गढ़तीं बिल्ब पत्र सरीखी कविताएँसमकालीन जनमतMarch 6, 2022March 6, 2022 by समकालीन जनमतMarch 6, 2022March 6, 2022058 अर्चना लार्क कवि अनामिका अनु का कविता संग्रह ‘इंजीकरी’। बिल्वपत्र’ सरीखी इस संग्रह की कविताओं को पढ़ते हुए महसूस कर सकते हैं कि पाठक का...
कविता अनामिका अनु की कविताएँ स्त्री विमर्श को कई कोणों से देखती हैंसमकालीन जनमतSeptember 19, 2021September 19, 2021 by समकालीन जनमतSeptember 19, 2021September 19, 202101309 विशाखा मुलमुले अनामिका अनु जी मूलतः बिहार की रहवासी हैं व कर्मभूमि से केरल की हैं। मैं जब उनकी कविताएँ पढ़ती हूँ तो कविता...