कविता प्रवीण परिमल की कविताओं में प्रेम है तो अन्याय का प्रतिकार भीसमकालीन जनमतJuly 17, 2022July 17, 2022 by समकालीन जनमतJuly 17, 2022July 17, 2022060 कौशल किशोर प्रवीण परिमल की कविताओं पर आलोचक प्रो रविभूषण का कहना है ‘जो प्रेम नहीं करता, वह मनुष्य ही नहीं है।…..प्रेम ही जीवन है।...