ज़ेर-ए-बहस ध्रुवीकरण और दंगेः स्वस्थ लोकतंत्र के लिये बातचीत एक निर्णायक तत्वसमकालीन जनमतFebruary 29, 2020February 29, 2020 by समकालीन जनमतFebruary 29, 2020February 29, 20203 2619 सागरिका घोष मज़हबी हिंसा की तस्वीरों ने दिल्ली को दहला दिया है। हंगामेदार और ध्रुवीकृत चुनाव अभियानों में शीर्ष नेताओं के सी0ए0ए0 विरोधी प्रदर्शनों को निशाना...
जनमत ‘कुछ नॉस्टैल्जिया तो है’ हेमंत कुमार की कहानी ‘रज्जब अली’ मेंदीपक सिंहAugust 14, 2018August 14, 2018 by दीपक सिंहAugust 14, 2018August 14, 201810 1957 (कथाकार हेमंत कुमार की कहानी ‘ रज्जब अली ’ पत्रिका ‘ पल-प्रतिपल ’ में प्रकाशित हुई है. इस कहानी की विषयवस्तु, शिल्प और भाषा को...