शख्सियत याद ए मकबूल जायसी का आयोजन : चर्चा और ग़ज़ल संध्या समकालीन जनमतDecember 2, 2024December 2, 2024 by समकालीन जनमतDecember 2, 2024December 2, 2024033 ‘मकबूल जायसी की शायरी हिंदुस्तानियत और इंसानियत से सराबोर’ ‘अब ये गजलें मिजाज बदलेंगी‘ लखनऊ। जन संस्कृति मंच (जसम) की ओर से ‘याद ए...