पुस्तक विश्व पूंजीवाद और लोकतंत्र का अधिग्रहणगोपाल प्रधानOctober 16, 2020October 16, 2020 by गोपाल प्रधानOctober 16, 2020October 16, 202002409 (सदी की शुरुआत में प्रकाशित इस किताब को पढ़ते हुए लग रहा था कि वर्तमान भारत की कथा पढ़ रहा हूं।) 2001 में द फ़्री...
ज़ेर-ए-बहस ‘रा’ से राम, ‘रा’ से राफेलरवि भूषणNovember 16, 2018November 16, 2018 by रवि भूषणNovember 16, 2018November 16, 20183 1417 आर एस एस न राम को छोड़ रहा है और न कांग्रेस राफेल को। दोनों ‘राम’ और ‘राफेल’ को कस कर पकड़े हुए है। अगले...