समकालीन जनमत

Tag : आक्रोश और साहित्य

जनमतसाहित्य-संस्कृति

आक्रोश और साहित्य: बजरंग बिहारी तिवारी

समकालीन जनमत
आक्रोश पुराना शब्द है| पाणिनि के यहाँ (अष्टाध्यायी, 6.3.21) इसका प्रयोग मिलता है- ‘षष्ठया आक्रोशे’| इसका आशय है कि यदि भर्त्सना का भाव हो तो...
Fearlessly expressing peoples opinion