नई धारा ’ के पुरस्कारों की घोषणा
पटना. चर्चित साहित्यिक पत्रिका ‘ नई धारा ’ द्वारा वर्ष 2018 ‘ उदयराज सिंह स्मृति सम्मान ’ प्रसिद्ध समालोचक प्रो मैनेजर पांडेय को दिया जाएगा जिसके तहत उन्हें एक लाख रुपये सहित सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह दिया जायेगा. इसके साथ ही सुप्रतिष्ठित लेखक डाॅ मंगलमूर्ति (लखनऊ), चर्चित पत्रकार, कवि एवं व्यंग्यकार सुभाष राय (लखनऊ) तथा पत्रकार-कवि विजय चोरमार (कोल्हापुर, महाराष्ट्र) वर्ष 2018 के ‘नई धारा रचना सम्मान ’ से नवाजे जायेंगे जिसके प्रति प्रत्येक लेखकों को 25-25 हजार रुपये सहित सम्मान पत्र, प्रतीक चिन्ह दिए जायेंगे.
यह घोषणा एक प्रेस सम्मेलन में ‘नई धारा ’ के प्रधान संपादक डाॅ प्रमथराज सिंह ने की. उन्होंने बताया कि इन सम्मानों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध लेखिका मैत्रेय पुष्पा की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गयी थी जिसके अन्य सदस्य प्रसिद्ध व्यंग्यकार डाॅ प्रेम जनमेजय एवं चर्चित लेखक राजकुमार गौतम थे. समिति को ‘ नई धारा ’ में अप्रैल 2017 से मार्च 2018 के बीच के अंकों में छपी रचनाओं में से ही रचनाकारों का चयन करना था।
‘नई धारा’ के संपादक डाॅ शिवनारायण ने बताया कि अपने समय और विरासत से संवाद करती विशिष्ट साहित्यिक पत्रिका ‘नई धारा’ अप्रैल 1950 से ही निरन्तर प्रकाशित हो रही है जिसके प्रेरणास्रोत राजा राधिकारमण प्रसाद सिंह, आचार्य शिवपूजन सहाय, रामवृक्ष बेनीपुरी, उदयराज सिंह जैसे तपोनिष्ठ साहित्यकार रहे. वर्ष 2007 में ‘नई धारा’ के साथ एक गौरवपूर्ण आयाम जुड़ा जब इसके प्रबंधन की ओर से इस पत्रिका को सहयोग करने वाले किसी एक वरिष्ठ लेखक को प्रति वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर देय एक लाख रुपये का ‘उदयराज सिंह स्मृति सम्मान’ तथा विभिन्न विधाओं के किसी तीन रचनाकारों को 25-25 हजार रुपये के ‘नई धारा रचना सम्मान’ देने की घोषणा की गयी थी।
डाॅ शिवनारायण के अनुसार ‘उदयराज सिंह स्मृति सम्मान’ से अब तक रामदरश मिश्र, हिमांशु जोशी, कुंवर नारायण, चित्रा मुददगल, विवेकी राय, महीप सिंह, विश्वनाथ तिवारी, अशोक चक्रधर, केदारनाथ सिंह, मैत्रेय पुष्पा और मृदुला सिन्हा विभूषित किये जा चुके हैं. वर्ष 2018 के सम्मान जिन साहित्यकारों को देने की घोषणा की गयी है, उन्हें आगामी 1 दिसम्बर 2018 को दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में विभूषित किया जायेगा.
‘नई धारा’ के संपादक डाॅ शिवनारायण ने कहा कि ‘ग्यारहवां उदयराज सिंह स्मृति सम्मान’ पाने वाले प्रसिद्ध मार्क्सवादी समालोचक प्रो मैनेजर पांडेय को गंभीर एवं विचारोत्तेजक आलोचनात्मक लेखन के लिए पूरे देश में जाना जाता है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हिन्दी भाषा के प्रोफेसर रहे डाॅ मैनेजर पांडेय की दर्जनाधिक आलोचना की पुस्तकें प्रकाशित हैं जिनमें – ‘शब्द और कर्म’, ‘साहित्य और इतिहास दृष्टि’, ‘साहित्य के समाजशास्त्र की भूमिका’, ‘भक्ति आन्दोलन और सूरदास का काव्य’, ‘अनभै सांचा’, ‘आलोचना की सामाजिकता’, ‘संकट के बावजूद’ आदि प्रमुख हैं. अपने आलोचना कर्म के लिए वे अनेक राष्ट्रीय सम्मानों से नवाजे जा चुके हैं.
‘नई धारा रचना सम्मान’ पाने वाले सुप्रतिष्ठित लेखक डाॅ मंगलमूर्ति का जन्म 1937 में बिहार के लहेरियाससराय में हुआ. अंग्रेजी साहित्य से एम ए, पीएचडी करने के बाद वे भागलपुर विश्वविद्यालय में प्राध्यापक नियुक्त हुए. अपने पिता आचार्य शिवपूजन सहाय के साहित्यिक अवदान एवं बहुमूल्य संग्रह के संरक्षण के प्रति वे शुरू से सचेष्ट रहे। उनके सम्पूर्ण साहित्य – शिवपूजन सहाय साहित्य समग्र (10 खण्ड 2011) का संपादन करने के अलावा वे सम्प्रति आचार्य शिवपूजन सहाय स्मारक न्यास (पटना) के संस्थापक सचिव हैं। इसके अलावे भी उन्होंने दर्जनाधिक पुस्तकों का मौलिक लेखन, संपादन एवं अनुवाद किया है। वे लखनऊ में रहते हुए स्वतंत्र लेखन करते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार, चर्चित कवि एवं व्यंग्य लेखक सुभाष राय का जन्म जनवरी 1957 में उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन स्थित बड़ागांव में हुआ. उन्होंने हिन्दी साहित्य में एम.ए. एवं पीएचडी की उपाधि प्राप्त की एवं पत्रकारिता के पेशे में आ गये. जयप्रकाश आंदोलन में सक्रिय रहे सुभाष राय अनेक समाचार पत्रों में काम करने के बाद इन दिनों लखनऊ से प्रकाशित दैनिक जनसंदेश टाइम्स के प्रधान संपादक हैं. हाल में उनका कविता संग्रह ‘सलीब पर सच’ बोधि प्रकाशन से आया है. उनके संपादन में निकलने वाली मासिक पत्रिका ‘समकालीन सरोकार’ का एक विशेषांक ‘ स्त्रियाँ क्यों लिखती हैं ‘ शिल्पायन से पुस्तक के रूप में आ चुका है. इसके संपादक मंडल में सुभाष राय का नाम शामिल है. जनसंदेश टाइम्स में प्रकाशित उनके अग्रलेखों का एक संकलन ‘जाग मछन्दर जाग’ के नाम से शीघ्र प्रकाशित होने वाला है.
चर्चित कवि-पत्रकार विजय चोरमारे का जन्म महाराष्ट्र के संगली जिला स्थित चरण नामक गांव में 3 सितम्बर 1968 को हुआ. मराठी साहित्य से एम.ए. एवं पत्रकारिता में मास्टर डिग्री पाने के बाद उन्होंने बतौर पेशा पत्रकारिता का चयन किया. उनके अनगिनत काव्य संग्रह प्रकाशित हुए जिनमें प्रमुख हैं – भीतर बाहर सर्वत्र, शहर मिट्टी की खोज में आदि। उन्होंने अनेक कृतियों का अनुवाद एवं जीवनी लेखन का काम भी किया.वे मुम्बई से प्रकाशित ‘महाराष्ट्र टाइम्स’ में सीनियर असिस्टेन्ट एडिटर के पद पर कार्यरत हैं.
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