आरा (बिहार). पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र उदयपुर और कला एवं संस्कृति विभाग गोवा सरकार के संयुक्त तत्वावधान में, 25 जनवरी से 01 फरवरी 2019 तक गोवा में आयोजित, समकालीन चित्रकला कार्यशाला के लिए चित्रकार कौशलेस का चयन किया गया है। कौशलेस बिहार राज्य के, भोजपुर जिले के मुख्यालय आरा के रहने वाले हैं। इन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी से बीएफए तथा कला महा विद्यालय लखनऊ से एमएफए किया है। वर्तमान में ये केन्द्रीय विद्यालय बीएचयू वाराणसी में कार्यरत हैं।
हाल ही में इन्हें केन्द्रीय विद्यालय संगठन तथा नवोदय विद्यालय संगठन द्वारा आयोजित, संगीत कला संगम 2018 के तहत नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी में प्रदर्शित उनकी पेंटिंग ‘ हार्ट टू हार्डवेयर ‘ के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है।
कौशलेस अति सक्रिय कलाकार हैं। कला शिक्षक के रुप में व्यस्तता के साथ ही वे समकालीन कला गतिविधियों में भी समान रूप से भाग लेते रहें हैं। कौशलेस कैनवास पर ऐक्रेलिक और पेस्टल के दक्ष प्रयोग से प्रिंट सरीखे अमूर्त रूपाकार रचते हैं, जो कलाकार की विविध अनुभूतियों को यथा हर्ष, विषाद , प्रेम, शोक और को इहलौकिक जगत की विडंबनाओं को रूपायित करता हुआ लगता है। एक तरह से उनकी कला अनुभूतियों के प्रकटीकरण की प्रक्रिया ही है। कुछ व्यक्त कुछ अव्यक्त।
ऐसा लगता है कलाकार किसी गहरी वेदना से विदग्ध है और उसके घायल मन का इलाज नहीं है। क्या भौतिक जगत क्या अभौतिक जगत, मेडिकल साइंस के सोच के बाहर, अत्याधुनिक तकनॉलाज़ी की सीमाओं से परे, कलाकार का अतृप्त मन, विदग्ध हृदय जैसे रंग और रेखाओं से दोस्ती कर बैठा हो। उनके चित्रों को देखते हुए यह महसूस होता है जैसे, रंग और रेखाएँ कलाकार को कह रहीं हो आओ दोस्त, आओ हमसे साझा करो अपनी वेदना और कलाकार भी जैसे रंग और रेखाओं के हवाले हो जाता है। कौशलेस के चित्रों पर लंबी बातचीत की जरूरत है।
बहरहाल गोवा समकालीन कला कार्यशाला में कौशलेस का चयन बहुत ही सुखद उपलब्धि है। उम्मीद है उनकी प्रतिभा नित्य नई ऊंचाई हासिल करेगी। कौशलेस को बधाई और शुभकामनाएं।