वाराणसी. भदोही जिले में 9 दिसम्बर को ऐपवा नेता गैना गौतम और सुभावती गौतम पर हमला कर घायल करने की घटना में कोई कार्रवाई नहीं किये जाने और भदोही जिले में बढ़ते दलित उत्पीड़न व ज़बरन भूमि हड़प के खिलाफ 2 जनवरी को ऐपवा, इनौस, किसान सभा, खेग्रामस और भाकपा माले द्वारा भदोही तहसील पर महाधरना का आयोजन किया गया है.
ऐपवा की राज्य सचिव कुसुम वर्मा ने बताया कि 9 दिसम्बर को ऐपवा नेता गैना गौतम और सुभावती गौतम पर पर वहां की सवर्ण सामन्ती ताकतों ने सामूहिक हमला किया जिसमें दोनों बुरी तरह से ज़ख्मी हो गईं। अपने ऊपर हुए हमले की शिकायत दर्ज कराने जब वह भदोई कोतवाली पहुंची तो वहां के कोतवाल ने उनकी शिकायत सुनना तो दूर उल्टे गैना गौतम को झापड़ मारा। ऐपवा और भाकपा माले के साथियों के वक्त पर आ जाने से दबाव में उसी रोज नामजद एफआईआर दर्ज करनी पड़ी लेकिन आज तक गुंडों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
कुसुम वर्मा ने बताया कि कुछ समय से दोनों युवा महिलाएं महिला आंदोलन में सक्रिय है और सवर्ण सामन्ती ताकतों द्वारा गरीबों की जमीन हड़प के सवाल को पुरजोर ढंग से आंदोलन के माध्यम से उठा रही हैं। स्थानीय सवर्ण सामन्ती ताकतों को युवा महिलाओं की सक्रियता बर्दाश्त नहीं हो पा रही है इसलिए दिन दहाड़े हमला करके वह उनका मनोबल तोड़ना चाहते हैं। पुलिस प्रशासन भी इस मार्फत इन ताकतों के पक्ष में खड़ी होकर उनका संरक्षण कर रही है।
उन्होंने कहा कि जब से योगी सरकार उत्तर प्रदेश में आई है तब से भदोई जिले में भी गरीबों की जमीन कब्जा करने और इसके खिलाफ बोलने पर गरीबों का उत्पीड़न एक आम परिघटना बन गई है। सत्ता संरक्षण में अपराधियों के मनोबल बढ़ता जा रहा है।