पटना 12 जून. भाकपा माले ने 27 सितंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में भाजपा भगाओ – लोकतंत्र बचाओ रैली करने का निर्णय किया है.
जहानाबाद में संपन्न दो दिवसीय राज्य कमिटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया. माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्म दिन पर आयोजित इस रैली के माध्यम से हम संदेश देना चाहते हैं कि यह देश हेडगेवार के रास्ते नहीं बल्कि भगत सिंह व अंबेडकर के रास्ते आगे बढ़ेगा. 2019 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की सरकार से मोदी को हटाना और फासीवादियों को मुकम्मल शिकस्त देने की दिशा में हमारा संघर्ष लगातार जारी है और यह रैली उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी.
उन्होंने कहा कि हाल ही में हमने भाजपा के खिलाफ पूरे राज्य में पदयात्राओं का आयोजन किया है. आंदोलन की धारावाहिकता को जारी रखते हुए हमने और कई आंदोलन चलाने का निर्णय किया है. जनता के विभिन्न ज्वलंत सवालों पर हमने 20 जून तक प्रखंड मुख्यालयों पर आंदोलन चलाने का निर्णय किया है. इसमें गरीबों के लिए वास जमीन का सवाल प्रमुखता से उठाया जाएगा.
22 जून को पटना में मुख्यमंत्री के समक्ष ऐपवा के बैनर से मुजफ्फरपुर रिमांड होम के सवाल पर प्रदर्शन होगा. 23 जून को किसान महासभा के बैनर से गेहूं व मकई आदि फसलों की खरीद की गारंटी करने के सवाल पर राज्यस्तरीय चक्का जाम के बाद 9 अगस्त को किसानों के विभिन्न सवालों पर जेल भरो आंदोलन चलाया जाएगा. सितंबर में राज्यस्तरीय रैली के बाद अक्टूबर में जहानाबाद में खेग्रामस का राष्ट्रीय सम्मेलन और भोजपुर में किसान सभा का राज्य सम्मेलन होगा.
बैठक के हवाले से माले राज्य सचिव ने कहा कि राज्य कमिटी ने यह तय किया है कि भाजपा जैसी ताकतों के खिलाफ हम हर स्तर पर संघर्ष के मैदान में उतरेंगे और ऐसी काली ताकतों को जो देश को बर्बाद व विनाश करने में लगी हुई है उसे पीछे धकेलने का काम करेंगे. वामपंथी पार्टियों के साथ उन सभी दलों से जो मोदी को सत्ता से हटाना चाहते हैं, उनसे हम इस संघर्ष में उनका साथ चाहेंगे.