आरा. भाकपा माले-राजद महागठबंधन की ओर से 16 मई को आरा रेलवे स्टेशन से रोड शो का योजन हुआ जो नवादा, शिवगंज, गोपाली चौक, रमना मैदान होते हुए पकड़ी पहुंचकर एक सभा में तब्दील हो गया। रोड शो में भाकपा माले के लाल झंडे, राजद के हरे झंडे के अलावा महागठबंधन के अन्य दलों के झंडे नजर आ रहे थे।
रोड शो का नेतृत्व भाकपा माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य, विधान पार्षद राधाचरण सेठ, चुनाव अभियान समिति के संयोजक बिजेंद्र यादव, तरारी विधायक सुदामा प्रसाद, ऐपवा नेता सरोज चौबे, माले प्रत्याशी राजू यादव, आरा विधायक अनवर आलम, माले राज्य सचिव कुणाल आदि कर रहे थे। धूप के बावजूद नेता कार्यकर्ता काफी जोशो खरोश से भरे हुए थे।
रोड शो के बाद पकड़ी में सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव का. दीपंकर ने कहा कि “मोदी सरकार को जनता ऐसी सरकार के रूप में याद करेगी, जिसने बड़ी-बड़ी कंपनियों को बढ़ावा दिया, जनता के संवैधानिक अधिकारों पर हमला किया, हिंदू-मुस्लिम एकता को तोड़ा। इसके शासन में मजदूर, किसान बेरोजगार, नौजवान आत्महत्या करने को मजबूर हुए। यह सरकार हिंदुस्तान के लिए खतरनाक है इसे देश के मजदूर किसानों बेरोजगार नौजवानों सबने महसूस कर लिया है। 5 साल में इसने महंगाई भ्रष्टाचार और बेरोजगारी को बहुत ज्यादा बढ़ाने का ही काम किया है।”
का. दीपंकर ने कहा कि भाजपा के पास तोड़फोड़ और नफरत के एजेंडे के अतिरिक्त और कोई एजेंडा नहीं है। इसे भारत जलाओ पार्टी या भारतीय जुमला पार्टी कहा जाना चाहिए। यह चुनाव भाजपा से देश को मुक्त करने का चुनाव है।
दीपंकर ने कहा कि 2014 में एक दुर्घटना हुई जो भाजपा की सरकार बनी और दूसरी बार धोखा तब हुआ जब नीतीश कुमार भाजपा के साथ मिल गए जो कहा करते थे कि मिट्टी में मिल जाएंगे पर भाजपा के साथ नहीं मिलेंगे। भोजपुर की जनता ने 2015 के विधानसभा चुनाव में तो धोखे का बदला ले लिया, लेकिन इस बार 2014 में हुई गलती को वह सुधार लेगी। आरा से भाजपा की जीत एक कलंक को वह मिटा देगी। भोजपुर सामाजिक न्याय के आंदोलनों की भूमि है। यहां भगत सिंह अशफ़ाकउल्ला अंबेडकर और सामाजिक बदलाव के लिए लड़ने वाले महान लोगों के रास्ते पर चलने वाले लोग हैं। इनकी जीत होगी और राजू जनता की आवाज़ बनकर संसद में जाएंगे।
सभा को राधाचरण सेठ, बिजेंद्र यादव, राजू यादव ने भी संबोधित किया। संचालन दिलराज प्रीतम ने किया। इस मौके पर आरा विधायक अनवर आलम तरारी विधायक सुदामा प्रसाद, पीरो के पूर्व विधायक चंद्रदीप सिंह, माले नेता कयामुद्दीन अंसारी, का. कुणाल, राजद नेता मनोज सिंह समेत कई नेता-कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद थे।