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बिहार का महागठबंधन सामाजिक व वैचारिक ताकतों का व्यापकतम गठबंधन : दीपंकर भट्टाचार्य

पटना. आज पटना में भाकपा-माले के लगातार पांचवीं बार महासचिव निर्वाचित हुए का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार का महागठबंधन व्यापकतम सामाजिक-राजनीतिक व वैचारिक ताकतों का गठबंधन है. इसे व्यापक जनसमर्थन हासिल है. बिहार का यह बदलाव आने वाले दिनों में पूरे देश में दिखेगा.

भाकपा-माले का 11वां राष्ट्रीय महाधिवेशन  (15-20 फरवरी 2023) के सम्पन्न होने के बाद दीपंकर भट्टाचार्य 21 फरवरी को पत्रकार वार्ता कर रहे थे।

संवाददाता सम्मेलन में का. दीपंकर के अलावा राज्य सचिव का. कुणाल, धीरेन्द्र झा, राजाराम सिंह, वी. शंकर, क्लिफटन डी रोजेरिया, मीना तिवारी, मंजू प्रकाश और संदीप सौरभ उपस्थित थे.

भाकपा माले की पत्रकार वार्ता

महाधिवेशन ने 76 सदस्यीय केन्द्रीय कमेटी जिसमें नवनिर्वाचित केन्द्रीय कंट्रोल कमीशन के अध्यक्ष का. राजा बहुगुणा भी एसोसिएट सदस्य के बतौर शामिल हैं, का चुनाव किया. इसमें 13 नए सदस्य शामिल हैं. केन्द्रीय कमेटी में 5 नई महिला सदस्यों – का. फरहद बानू ( राजस्थान),  मंजू प्रकाश ( बिहार) ,  इंद्राणी दत्त (पश्चिम बंगाल), श्वेता राज (दिल्ली) और मैत्रेयी कृष्णन (कर्नाटक) के शामिल किए जाने के साथ ही महिलाओं की भागीदारी 16 प्रतिशत हो गई है।

 

केन्द्रीय कमेटी ने नये चेहरों में बिहार से सत्यदेव राम, कुमार परवेज, संदीप सौरभ, नवीन कुमार व प्रकाश कुमार, नई दिल्ली से का. नीरज कुमार, उत्तराखंड से इंद्रेश मैखुरी व कैलाश पांडे शामिल हैं।

महाधिवेशन में प्रस्तुत सांगठनिक रिपोर्ट के मुताबिक भाकपा-माले का यह महाधिवेशन लगभग 2 लाख सदस्यता के साथ हुआ. इसमें कुल 27 राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों से के कुल 265 जिलों से निर्वाचित व मनोनीत होकर आए थे. रिपोर्ट के मुताबिक पूरे देश में 16 राज्यों में पार्टी का राज्यस्तरीय ढांचे हैं, 197 जिलों में जिलास्तरीय ढांचे हैं. करीब 1200 स्थानीय कमेटियों व 8000 पार्टी ब्रांचों समेत इन सभी नेतृत्वकारी ढांचों में 29 प्रतिशत महिलाएं हैं.

भाकपा माले की केन्द्रीय कमेटी के सदस्य

महाधिवेशन के प्रतिनिधित्व में महिलाओं की हिस्सेदारी भी पिछले की तुलना में बढ़कर 15 प्रतिशत हो गई. 41 प्रतिशत प्रतिनिधि स्नातक व परास्नातक हें. लगभग तीन चैथाई प्रतिनिधि मध्यम किसान, वर्किंग क्लास और खेत मजदूर पृष्ठभूमि से हैं और प्रतिनिधियों में बड़ी संख्या लगभग 62 प्रतिशत पूर्णकालिक पार्टी कार्यकर्ताओं की है.

भाकपा-माले की केन्द्रीय कमेटी ने 11वें महाधिवेशन और 15 फरवरी को गांधी मैदान में आयोजित हुई रैली को शानदार तरीके से सफल बनाने में बिहार की संघर्षशील जनता और यहां के बौद्धिक समाज के सहयोग के प्रति आभार प्रकट किया।

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