नेपाल की दो कम्युनिष्ट पार्टियां-नेकपा एमाले और नेकपा माओवादी सेंटर 17 मई को एक हो गईं। दोनों दलों ने मिल कर नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी का गठन कर लिया। सात महीने से चल रहे प्रयास को कल अंतिम रूप दिया गया और काठमाडौं में प्रेस कान्फ्रेंस में इसकी घोषणा की गई।
प्रधानमंत्री केपी ओली और पुष्प कमल दाहाल प्रचंड नई बनी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के संयुक्त अध्यक्ष होंगे। नई पार्टी की नौ सदस्यीय केन्द्रीय सचिवालय बनाया गया है जिसमें माधव कुमार नेपाल, झलनाथ खनाल, वामदेव गौतम, नारायण काजी श्रेष्ठ, ईश्वर पोखरेल, रामबहादुर थापा बादल और विष्णु पौडेल होंगे। नारायण काजी श्रेष्ठ पार्टी के प्रवक्ता और विष्णु पौडेल महासचिव होंगे।
इसके अलावा पार्टी की 45 सदस्यीय स्टैडिंग कमेटी गठित की गई है जिसमें 26 नेता नेकपा एमाले और 19 नेता माओवदी केन्द्र से लिए गए हैं। पार्टी की केन्द्रीय कमेटी 441 सदस्यीय होगी जिसमें 241 एमाले और 200 माओवादी सेंटर के नेता होंगे।
पार्टी का तत्कालिक कार्यक्रम ‘ समाजवाद उन्मुख जनता को जनवाद ’ घोषित किया गया है। नई पार्टी के पंजीकरण के लिए चुनाव आयोग को आवश्यक प्रपत्र भेज दिए गए हैं।
नई पार्टी के गठन के एलान के पहले दोनों दलों की बैठक हुई और अपनी पार्टी को समाप्त कर नई पार्टी बनाने का निर्णय लिया गया। इसके बाद दोनों दलों की संयुक्त बैठक हुई और फिर प्रेस कांफ्रेंस में इसका एलान किया गया।
दोनों दलों के बीच एकता के लिए सात महीने से अधिक समय से प्रयास चल रहा था। दोनों पार्टियों ने आम चुनाव मिलकर एक घोषणा पत्र पर लड़ा था और संसद में दो तिहाई बहुमत प्राप्त किया था। देश के सात राज्यों में से छह में इन्हीं दोनों दलों की संयुक्त सरकार बनी थी।
श्री ओली और प्रचंड ने कहा कि देश की जनता की खुशहाली और समृद्धि के लिए दोनों वाम दलों की एकता हुई है। केपी ओली ने कहा कि यह एकता देश को बनाने के लिए है। प्रचंड ने कहा कि दोनों दलों की एकता देश की जनता की समृद्धि की अपेक्षा के अनुरूप है।