सुपौल (बिहार)। कोशी की बाढ़ और कटान से प्रभावित लोगों ने सहायता राशि, क्षतिपूर्ति सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को कोशी नव निर्माण मंच की अगुवाई में समाहरणालय के समक्ष धरना दिया गया। धरने के बाद हुई वार्ता में डीएम ने अधिकतर मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
धरने में तटबन्ध के सुदूर गाँवो से आये बाढ़ व कटान से प्रभावित लोगों ने अपनी पीड़ा बयान की। लोगों ने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी ) व तय मानदर के तहत मिलने वाली सहायता राशि व क्षतिपूर्ति का भुगतान नही होने पर रोष व्यक्त किया। धरने स्थल पर सभी लोगों की सहमति से 11 सूत्रीय मांग पत्र तैयार किया गया जिसे तीन बजे आये अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार ने लिया।
बाद मे नौ सदस्यीय प्रतिनधि मण्डल ने मांगों को लेकर डीएम के साथ बिंदुवार वार्ता की जिसमें डीएम ने अधिकांश बातों को मानते हुए उस कार्रवाई तेज करने के भरोसा दिया।
11 सूत्रीय मांगों में सहायता राशि के 6000 रुपये का भुगतान कराने, गृह क्षति, वस्त्र, बर्तन, फ़सलो की क्षति का भुगतान कराने, घाटों पर नावों की सूची के फ्लैक्स लगाने, कटाव पीड़ितों को तत्काल सरकारी जमीन में बसाने व पुनर्वास का नया सर्वे कर सभी को पुनर्वास दिलाने, कटाव पीड़ितों तक सोलर लाइट पहुंचाने, तटबन्ध के बीच स्कूलों के शिक्षा में सुधार, तटबंध के अंदर के गांवों में कोविड टीकाकरण करने, उपस्वास्थ्य केंद्रों के लिए पहल करने की मांग रखी। इसके साथ ही लगान मुक्ति के लिए कानून बनाए जाने, कोशी पीड़ित विकास प्राधिकार को खोजवाने और कोशी की समस्या के समाधान के लिए अपने स्तर से पहल करने की भी मांग उठाई गई।
आज के धरने में प्रमुख रूप से मो. अब्बास, सन्तोष मुखिया , विकास विक्रम, चन्द्र मोहन यादव, रणधीर राणा, अजय कुमार यायावर, रेशमा देवी, परमेश्वर , रामदेव, विपिन, रमजान अली, अरविंद, हरिलाल सदा, इंदजीत, प्रमोद राम, संदीप, मनेस कुमार, हरिनंदन इत्यादि लोगों ने बात रखी। डीएम से वार्ता करने वाले प्रतिनधिमण्डल में सीता देवी, चंद्रिका देवी, गौकरण सुतिहार, सुशील, भुवनेश्वर प्रसाद, इंद्र नारायण सिंह, मो सदरुल, श्रीप्रसाद सिंह व महेन्द्र यादव शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन रामचन्द्र यादव ने किया। अध्यक्षता परिषदीय अध्यक्ष सन्दीप ने की।