मुजफ्फरपुर. उत्तरप्रदेश के जेल में महीनों से बंद प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. कफील खान की रिहाई के लिए इंसाफ मंच द्वारा 18 मई को शहर के कई मुहल्लों व घरों में पोस्टर के साथ धरना-प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान इंसाफ मंच के राज्य अध्यक्ष सूरज कुमार सिंह ने कहा कि पिछले साल चमकी बुखार के चपेट में आये मुजफ्फरपुर और आसपास के कई जिलों शहर से गांव तक दर्जनों जगह मुफ्त मेडिकल कैंप लगा कर डाॅ. खान ने बच्चों का इलाज किया था। इस साल फिर चमकी बुखार के चपेट में तेजी से बच्चे आने लगे हैं और गरीबों के गांव-मुहल्लों में मेडिकल कैंप लगाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि यदि डाॅक्टर कफील खान बाहर रहते तो लाॅकडाउन के दौरान भी वे मुजफ्फरपुर आकर बच्चों के इलाज में जुट जाते। डाॅ. कफील को पिछले चार महीने से सीएए-एनआरसी के खिलाफ बोलने के आरोप में यूपी सरकार के द्वारा एनएसए लगा कर जेल में बंद कर दिया गया है। इंसाफ मंच की मांग है कि उनको अविलंब रिहा किया जाए ताकि पिछले साल की तरह ही वे मुजफ्फरपुर आकर गांव- मुहल्लों में मेडिकल कैंप लगा सकें। लाॅकडाउन और कोरोना संकट के दौरान ही चमकी बुखार से बच्चों को बचाने के लिए हर हालत में ऐसे प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ को जेल से रिहा करना चाहिए।
इंसाफ मंच के साथ भाकपा-माले ने भी यूपी के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से भी अपील की है कि चमकी बुखार के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर डाॅक्टर कफील को ससम्मान अविलंब रिहा किया जाए।
अपने- अपने मुहल्लों व घरों पर धरना- प्रदर्शन में इंसाफ मंच के राज्य अध्यक्ष सूरज कुमार सिंह व भाकपा-माले के जिला सचिव कृष्णमोहन सहित इंजीनियर रेयाज खान, मतलुबूर रहमान, प्रो इम्तियाज, शफीकुर रहमान, अनीस, महिला संगठन ऐपवा की निर्मला सिंह,शोभा ठाकुरी, पिंकी ठाकुरी, इंकलाबी नौजवान सभा के जिला सचिव राहुल कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में इंसाफ पसंद नागरिकों ने भाग लिया।
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