सहारनपुर/लखनऊ. सहारनपुर में आज भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह घटना महाराणा प्रताप जयंती स्थल के पास घटित हुई जहां सुरक्षा व्यवस्था के लिए 800 पुलिस कर्मी तैनात थे. इस घटना के बाद तनाव उत्पन्न हो गया है.
पिछले वर्ष आज ही के दिन जातीय हिंसा की घटना हुई थी और शब्बीरपुर में दलितों के घर जला दिए गए थे. इस घटना में भीम आर्मी के संस्थापक चन्द्रशेखर आजाद रावन को गिरफतार किया गया और उनके उपर रासुका लगा दिया गया. वह अभी भी जेल में हैं.
भीम आर्मी ने महाराणा प्रताप जयंती न मनाने की चेतावनी दी थी क्योंकि प्रशासन ने यहां अम्बेडकर जयंती मनाने की इजाजत नहीं दी थी. भीम आर्मी की चेतावनी के बाद भी प्रशासन ने महाराणा प्रताप जयंती मनाने की इजाजत दी और महाराणा प्रताप भवन पर सुरक्षा के लिए 800 पुलिस कर्मी तैनात किए. इसी दौरान वहां से गुजर रहे सचिन वालिया को गोली मारी गई. उन्हें घायलावस्था में अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया न जा सका.
इस घटना के बाद अस्पताल पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए. सचिन की हत्या से दलितों में तीव्र आक्रोश है। प्रशासन ने सहारनपुर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं.
भाकपा (माले) ने सहारनपुर में ठाकुरों द्वारा महाराणा प्रताप जयंती मनाने के मौके पर पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में भीम आर्मी जिलाध्यक्ष के भाई सचिन वालिया की गोली लगने से मौत को ‘सुनियोजित हत्या’ बताते हुए प्रदेशव्यापी विरोध करने का एलान किया है.
पार्टी ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि यह घटना योगी सरकार में सामंती दबंगों के बढ़े हुए मनोबल का परिणाम है और इसके लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार है.
पार्टी ने कहा कि पिछले साल इसी मौके पर जिले के शब्बीरपुर में दलितों पर ठाकुरों का हिंसक हमला, आगजनी व ह्त्या की घटना हुई थी. उसके विरोध में दलितों के प्रदर्शन पर भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर रावण व अन्य दलितों को रासुका में जेल भेजे जाने के बाद से पूरे इलाके में तनाव मौजूद था.
ऐसे में दलित आबादी वाले रामपुर गांव में भीम आर्मी की आपत्ति के बावजूद असलहों के प्रदर्शन के साथ ठाकुरों को राणाप्रताप की जयंती मनाने की अनुमति दी ही क्यों गयी। इसमें प्रशासन की संलिप्तता लगती है. अब हत्या को दुर्घटना का रंग देने के लिए प्रशासन पूरे मामले पर लीपापोती करने में जुट गया है.
माले ने उक्त मामले में फौरन हत्या का मुकदमा दर्ज कर हत्यारों समेत जिम्मेदार पुलिस के अधिकारियों-कर्मियों को जेल भेजने की मांग की है.
रिहाई मंच ने भीम आर्मी के सहारनपुर जिला अध्यक्ष कमल सिंह वालिया के भाई सचिन वालिया के हत्या पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि सहारनपुर समेत पूरे प्रदेश में सामन्ती अपराधियों को योगी सरकार का खुला संरक्षण प्राप्त है, दूसरी तरफ इन्साफ के लिए संघर्षरत लोगों के खिलाफ सत्ता संरक्षण में हमले हो रहे हैं. मंच पूरे सूबे इन्साफ पसंद तंजीमों के साथ मिलकर सचिन वालिया की हत्या का प्रतिरोध करेगा.