पटना. भाकपा माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा को देश व बिहार से भगाना कितना जरूरी हो गया है, यह इससे भी साबित हो रहा है कि इस सरकार ने लाल किला नीलाम कर दिया है. 15 अगस्त को जिस लाल किले पर प्रधानमंत्री झंडा फहराते हैं, उसे डालमिया ग्रुप के हवाले कर दिया गया है. यह वहीं डालमिया ग्रुप है जिसने बिहार को लूटकर बर्बादी की गर्त में धकेल दिया था.
श्री भट्टाचार्य आज नालंदा जिला के हिलसा में 8 बजे भाकपा-माले के आह्वान पर बिहारशरीफ से चली जनअधिकार पदयात्रा में शामिल पदयात्रियों का स्वागत करते हुए सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय धराहरों को नीलाम करने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती है. इन धरोहरों और लाल किले को भाजपा से बचाना होगा. दरअसल, आज भाजपा पूरे देश के लिए ही खतरा बन गई है. संविधान, लोकतंत्र और हमारे अधिकार सब खतरे में हैं. इसलिए हमने बिहार में जनअधिकार पदयात्रा का आयोजन किया है और भाजपा को बिहार व देश से पूरी तरह खारिज करने का आह्वान किया है.
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा आज ‘बलात्कारी जानलेवा पार्टी’ में भी बदल गई है. बेटी बचाने का नारा देने वाली भाजपा के विधायक आज बलात्कारियों के पक्ष में खड़े हैं. सत्ता में बैठकर वह एससी/एसटी ऐक्ट में संशोधन कर रही है, आरक्षण में कटौती की साजिशें रच रही है, नौजवानों से रोजगार और किसानों की जमीन छीन ले रही है. इसे महज सत्ता से नहीं बल्कि बिहार की जमीन से उखाड़ फेंकना होगा. हमें इस चुनौती को कबूल करना होगा. उन्होंने 1 मई को पटना के गांधी मैदान में आयोजित जनअधिकार महासम्मेलन को सफल बनाने की अपील की. उन्होंने यह संकल्प दुहराया कि भाकपा-माले की अगुवाई में लाल झंडा लेकर बिहार के मेहनतकश गरीब संघर्ष को तेज करेंगे तथा सांप्रदायिक-फासीवादी भाजपा और उसकी उन्माद-उत्पात की राजनीति को खत्म करेंगे.
बिहारशरीफ से चली इस पदयात्रा का नेतृत्व पार्टी की केंद्रीय कमिटी की सदस्य शशि यादव, भाकपा-माले के नालंदा जिला सचिव सुरेन्द्र राम, नवादा जिला सचिव नरेन्द्र सिंह, इनौस नेता मनमोहन कुमार व भोला मांझी, ऐक्टू नेता सावित्री देवी आदि कर रहे हैं.
इसके पूर्व माले महासचिव ने हिलसा में पदयात्रा का नेतृत्व करते हुए माले नेता शहीद सकलदेव ठाकुर व 1942 की आजादी की लड़ाई के शहीदों के स्मारक पर माल्यार्पण किया.