पटना 2 मार्च. होली की पूर्व संध्या पर प्रशासन की मिलीभगत से जहानाबाद के मखदुमपुर में दबंगों ने एक बार फिर गरीबों पर कहर ढाया है. एक मार्च की रात 8.30 बजे मखदुमपुर स्टेशन पर बसे गरीबों के 40 घर जला दिए गए और उनपर जानलेवा हमला किया गया. हमले में भाकपा माले की महिला नेता मुन्ना देवी का सिर फट गया और मनोज पासवान, रामछपीत पासवान समेत एक दर्जन महिला-पुरूष बुरी तरह घायल हो गए. कई लोग लापता भी बताए जा रहे हैं. इसके पूर्व भी स्थानीय दबंगों ने गरीबों को बेदखल करने के लिए उनपर हमला किया था.
भाकपा माले के जिला सचिव श्री निवास शर्मा ने 2 मार्च की सुबह मखदुमपुर का दौरा किया और पूरे मामले का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि यह हमला प्रशासन की मिलीभगत तथा जहानाबाद विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर किया गया है. हमलावरों ने होली की रात को जान बूझकर हमला किया, ताकि मामला तूल न पकड़ सके और वे गरीबों को बेदखल कर दें. उन्होंने कहा कि पीड़ितों ने जब अपनी सुरक्षा के लिए स्थानीय थाने से अपील की, तो गरीब-गुरबों की आवाज सुनने की बजाए प्रशासन ने उनके ही ऊपर दमन चलाना आरंभ कर दिया. गरीबों की शिकायत दर्ज करने की बजाए घायल मनोज पासवान को सामंती-अपराधियों के इशारे पर गिरफ्तार कर लिया गया. अस्पताल में घायलों का इलाज भी ठीक से नहीं हो रहा है.
भाकपा-माले के जिलास्तरीय नेताओं के दबाव में मनोज पासवान की पत्नी बिन्दु देवी की प्राथमिकी पर केस दर्ज किया गया है. बिंदु देवी ने बताया कि एक मार्च की रात वे खाना-पीना खाकर अपने परिवार के साथ सोने की तैयारी कर रही थीं. रात 8.30 बजे 50-60 की संख्या में लोग भद्दी-भद्दी गालियां बकते हुए आ धमके और हमारी झोपड़ियों में उन्होंने आग लगा दी. मखदुमपुर रेलवे स्टेशन के पास लंबे अरसे से 100 की संख्या में दलित-गरीब बसे हुए हैं. इसमें मुशहर, रविदास व दुसाध जाति के गरीबों की झोपड़ियां हैं.
हमलावरों ने लाठी-डंडा से मुन्ना देवी पति-रणधीर दास, मनोज पासवान, रामछपित पासवान समेत कई लोगों को घायल कर दिया. करीब 40 झोपड़ियों में आग लगाई गई और कपड़ा, बर्तन, वासन, अनाज सहित अन्य लाखों की संपत्ति को जला कर राख कर दिया. तीन लोग घायल हुए.
पटना-गया रोड के बीचोबीच सिथति मखदुमपुर स्टेशन के पास बसे गरीबों की जमीन पर स्थानीय माफियाओं की नजर लंबे समय से है. इस जमीन पर वे कब्जा जमाना चाहते हैं. भाजपा के सत्ता में आने के बाद उनकी कोशिश और बढ़ गई है. होली की पूर्व संध्या यानि अगजा के दिन सुनियोजित तरीके से उन्होंने हमला किया और गरीबों की झोपड़ियों का दहन कर दिया.
भाकपा-माले ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और जिला प्रशासन से अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई तथा पीड़ितों की सुरक्षा व इलाज की मांग की है.
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