पटना 9 अप्रैल .भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने आज पटना विवि में आइसा-एआइएसफ सहित विभिन्न छात्र संगठनों के संयुक्त आह्वान पर छात्रों के विरोध-प्रदर्शन पर बर्बर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की है और इसे लोकतंत्र विरोधी कार्रवाई बताया है.
उन्होंने अपने बयान में कहा कि पटना विवि छात्र संघ चुनाव पूरी तरह से संदेह के घेरे में है, इसलिए छात्र-छात्राओं में आक्रोश स्वभाविक है. छात्रों की आवाज सुनने की बजाए विवि प्रशासन ने उसे बलपूर्वक दबाने की कोशिश कर रही है, जो बेहद निंदनीय है. बर्बर लाठीचार्ज में अन्य छात्र संगठनों के नेताओं के साथ-साथ आइसा के बिहार राज्य अध्यक्ष मोख्तार और छात्र संघ चुनाव में आइसा-एआइएसफ की ओर से अध्यक्ष पद की संयुक्त उम्मीदवार मीतू कुमारी गंभीर रूप से जख्मी हो गए.
उन्होंने कहा कि पटना विवि के कुलपति आरएसएस-भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं और उसी दबाव में चुनाव के विवादास्पद होने के बावजूद वे शपथ ग्रहण समारोह करवा रहे थे. विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता आज पूरी तरह समाप्त हो चुकी है. हम इसका विरोध जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि भाकपा-माले छात्रों के संघर्ष के साथ है.
भाकपा-माले की केंद्रीय कमिटी के सदस्य काॅ. संतोष सहर के नेतृत्व में माले नेताओं ने पीएमसीएच में जाकर घायल छात्रों का हाल चाल पूछा. टीम में राज्य कमिटी सदस्य रणविजय कुमार, संतोष झा, प्रकाश कुमार और कुमार परवेज, अशोक कुमार शामिल थे.