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दो अप्रैल के भारत बंद के दिन व बाद में पुलिस ने जाति पूछकर दलित लड़कों को घरों से उठाया : जांच रिपोर्ट

दलित उत्पीड़न की जांच को आजमगढ़ दौरे पर गए भाकपा (माले) टीम की रिपोर्ट जारी

16-17 अप्रैल को आजमगढ़ में माले करेगी दो दिवसीय भूख हड़ताल

लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के तीन सदस्यीय जांच दल ने राज्य सचिव सुधाकर यादव के नेतृत्व में आजमगढ़ जिले के जीयनपुर और आसपास के गांवों का सोमवार को पूरे दिन दौरा किया, जहां से दो अप्रैल को भारत बंद के दिन और उसके बाद दलितों का बड़े पैमाने पर प्रशासनिक उत्पीड़न किये जाने की शिकायतें पार्टी को मिली थीं। दल के सदस्यों ने ग्रामीणों, घायलों और जेल में बंद नौजवानों के परिजनों से मुलाकात कर जांच रिपोर्ट तैयार की।

जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि वैसे तो मोदी सरकार के आने के बाद देशभर में दलितों-अल्पसंख्यकों पर हमले तेज हुए हैं, पर प्रदेश में योगी सरकार के सत्तारुढ़ होने के बाद से सांप्रदायिक-सामंती ताकतें बेलगाम हुई हैं। यही नहीं, प्रशासन व पुलिस भी जातीय व सांप्रदायिक घृणा से ग्रस्त हुई है। एससी-एसटी एक्ट को हल्का बना देने के मसले पर भारत बंद के दिन और उसके बाद जिस तरह से आजमगढ़ में सगड़ी तहसील अंतर्गत जीयनपुर, मालटारी, भदांव, बरकोठा टारी आदि गांवों में सरकारी तंत्र ने जाति पूछकर दलित लड़कों को घरों से उठाया, सरेआम पीटा, जेल में डाला, उससे इसकी पुष्टि होती है।

जांच दल सघन पड़ताल के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि दलितों का दमन-उत्पीड़न योजनाबद्ध रुप से किया गया। पुलिस ने कानून-व्यवस्था संभालने की जगह खुद दंगे भड़काये, बिना वजह बिना चेतावनी लाठियां बरसाईं, गाड़ियों में तोड़फोड़ व आगजनी की और उल्टे निर्दोष दलितों को मुकदमों में फंसाया। यह योगी आदित्यनाथ के भाषणों, बयानों व कार्यशैली का असर है, जिससे सरकारी तंत्र में जातीय-सांप्रदायिक घृणा तेज हुई है।

जांच दल ने मांग की है कि निर्दोष दलितों पर थोपे गये मुकदमे हटाये जायें, गिरफ्तार लोगों को रिहा किया जाये, कोतवाली जीयनपुर प्रभारी मुनीश प्रताप सिंह चौहान व दोषी अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये, दलित उत्पीड़न पर रोक लगे और एससी-एसटी कानून को पूर्ववत रखने के लिए सरकार अध्यादेश लाये।

यदि ये मांगें नहीं मानी गईं तो भाकपा (माले) 16-17 अप्रैल को आजमगढ़ जिला कचहरी मे दो दिवसीय भूख हड़ताल करेगी, जिसका नेतृत्व वरिष्ठ पार्टी नेता व अखिल भारतीय किसान महा सभा के प्रदेश अध्यक्ष जयप्रकाश नारायण करेंगे। माले के जांच दल में राज्य सचिव व जयप्रकाश नारायण के अलावा राज्य स्थायी (स्टैन्डिंग) समिति के सदस्य ओमप्रकाश सिंह शामिल थे।

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