प्रयागराज। उत्तर प्रदेश आशा वर्कर यूनियन संबद्ध ऐक्टू ने वर्ष 2001 की अवशेष राशि के साथ इस वर्ष 2022 की अब तक की आशा व आशा संगीनियों के समस्त बकाए राशि का भुगतान करने के लिए, वर्तमान समय में जारी रुबैला, खसरा हेड टू हेड सर्वे का ₹500 दैनिक की दर से भुगतान सुनिश्चित करने , आशा कर्मियों को अपमानित करने के साथ मारपीट, उत्पीड़न करने पर रोक लगाने, सभी आशा व आशासंगीनियों को 10 लाख स्वास्थ बीमा व 50 लाख का जीवन बीमा कवर देने , आशा कर्मियों की मातृत्व अवकाश, वार्षिक अवकाश, साप्ताहिक अवकाश और कार्य की सीमा सुनिश्चित करने, 45 /46वें श्रम सम्मेलन की सिफारिश के अनुसार सभी आशा व संगीनी को स्वास्थ्य कर्मी का दर्जा देते हुए न्यूनतम वेतन की गारंटी करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर 27 जनवरी को पी डी टंडन पार्क से पत्थर गिरजाघर तक जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन की जिला अध्यक्ष आशा देवी ने कहा कि बहुत कम पैसे में दिन रात काम करने वाली आशा भुखमरी की शिकार हैं। कई माह का प्रोत्साहन राशि नहीं मिला है। सरकार दावे तो बहुत करती है लेकिन आशा के लिए कुछ भी करने को तैयार नहीं है। कोरोना के दौरान आशा वर्कर्स में बहुत ही मेहनत किया लेकिन उनको उनका हक नहीं मिला।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए आशा वर्कर्स यूनियन की जिला सचिव सरोज कुशवाहा ने कहा कि आशा पूरी मेहनत से काम करती हैं लेकिन आशाओं को ही लगातार अपमानित और प्रताड़ित किया जाता है। आशा अपनी मांगों को लेकर अधिकारियों से बात करती हैं तो उन पर गाड़ी चढ़ा देने की धमकी दी जाती है। इसको कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन चाका ब्लाक से आई रंजना भारती ने कहा कि सरकार जब तक हमारी मांगों को नहीं सुनेगी तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
प्रदर्शन को बबिता सिंह, मंजू देवी, किरन सिंह, राजकुमारी, बसंती देवी, संगीता सिंह, सुनीता पांडे,मीरा देवी, विभा सिंह, विजय लक्ष्मी, रेखा देवी, ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ट्रेड यूनियन (ऐक्टू) के राज्य सचिव अनिल वर्मा, ऐक्टू के जिला संयोजक देवानंद, भाकपा माले के जिला प्रभारी सुनील मौर्य, वीरेंद्र रावत, आरवाईए के जिला संयोजक सुमित गौतम, प्रदीप ओबामा, आइसा नेता अनिरुद्ध कुमार, भानु ने संबोधित किया। प्रदर्शन में जिले के 15 ब्लाक से सैकड़ों की संख्या में आशा व आशा संगिनी शामिल हुई।