जनमतपुस्तक स्त्री कविता: पहचान और द्वंद्वसमकालीन जनमतNovember 25, 2019November 25, 2019 by समकालीन जनमतNovember 25, 2019November 25, 201901850 डॉ. रेखा सेठी ने वर्तमान की जटिलताओं एवं अंतर्विरोधों को समझने के क्रम में स्त्री रचनाशीलता के विविध आयामों को व्याख्यायित एवं विश्लेषित करने का...
जनमतपुस्तक स्त्री रचनाशीलता को समझने की एक कोशिशसमकालीन जनमतNovember 22, 2019November 23, 2019 by समकालीन जनमतNovember 22, 2019November 23, 20195 4770 रेखा सेठी स्त्री लेखन, स्त्री की चिंतनशील मनीषा के विकास का ही ग्राफ है जिससे सामाजिक इतिहास का मानचित्र गढ़ा जाता है और जेंडर तथा...
जनमतपुस्तक ‘बैठकर काशी में अपना भूला काशाना’ : मिर्ज़ा ग़ालिबसमकालीन जनमतJuly 16, 2019July 16, 2019 by समकालीन जनमतJuly 16, 2019July 16, 20194 1749 कुमार मुकुल ‘चिराग़-ए-दैर (मंदिर का दीया)’ मिर्ज़ा ग़ालिब की बनारस पर केंद्रित कविताओं का संकलन है जिसका मूल फारसी से सादिक ने अनुवाद किया है। चिराग़-ए-दैर की...