साहित्य-संस्कृति प्रगतिशील साहित्य के पक्ष में बहस का एक तेवर : केदारनाथ अग्रवाल का आलोचनात्मक लेखनगोपाल प्रधानOctober 10, 2021June 12, 2021 by गोपाल प्रधानOctober 10, 2021June 12, 20210271 केदारनाथ अग्रवाल के आलोचनात्मक लेखन पर उनके जीवनकाल में ध्यान नहीं दिया गया । रामविलास शर्मा भी उनके गद्य की तारीफ़ उनकी चिट्ठियों के प्रसंग...
पुस्तक टूटे पंखों से परवाज़ तक: आत्मीयता की अंतहीन तलाशडॉ सर्वेश कुमार मौर्यJune 24, 2021June 24, 2021 by डॉ सर्वेश कुमार मौर्यJune 24, 2021June 24, 202101217 भारत में हिंदी साहित्य के विकास क्रम को देखें तो पता चलता है कि 19वीं शताब्दी से पहले साहित्य का विषय सिर्फ ईश्वर, राजा, सामंत...