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May 31, 2025
समकालीन जनमत

Tag : प्रशांत सिन्हा

कविता

नई कलम: प्रशांत की कविताएँ अकेलेपन की यातना से जूझते हुए युवा मन की अभिव्यक्ति हैं

समकालीन जनमत
राग रंजन   अपने किसी मित्र की कविताओं पर कुछ लिखते हुए तटस्थ रह पाना मुश्किल होता है। यह सतर्कता बरतनी होती है कि आपकी...
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