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‘ स्त्री-पत्र ’ का मंचन : स्त्री की बुद्धिमत्ता सभी के लिए असहज है

सातवां ‘ रंग ए माहौल ’ के चौथे दिन मशहूर अभिनेत्री सीमा विश्वास ने मंच पर जीवंत किया ‘ स्त्री-पत्र ’ का मंचन

बेगूसराय.  दिनकर कला भवन में नाट्य संस्था द फैक्ट रंगमंडल द्वारा आयोजित नाट्य समारोह 7वाँ ‘ रंग ए माहौल ‘ के चौथे दिन सोमवार की संध्या नाट्य प्रदर्शन, फिल्मों और नाटकों में अभिनय को नई दिशा देने वाली मशहूर अभिनेत्री सीमा विश्वास द्वारा अभिनीत नाटक ‘ स्त्री-पत्र ‘ का मंचन हुआ.

प्रसिद्ध नाटककार रविंद्रनाथ टैगोर की रचना ‘ स्त्री-पत्र ‘ नायिका मृणाल तथा बिंदु के जीवन के अनुभवों को याद करती है, जिसने अपने वैवाहिक जीवन को त्याग दिया है. उसके जीवन की विडंबना यह है कि उसकी सुंदरता को उसके पति सहित हर कोई भूल जाता है, लेकिन उसकी बुद्धिमत्ता सभी के लिए असहजता का स्रोत है.  उसकी बुद्धिमत्ता पर अंकुश लगाने के प्रयास में, परिवार उसे घर की परिधि में ले जाता है और उसकी पहचान को अस्वीकार करता है. यही कारण है कि मृणाल अपनी व्यक्तिगतता का दावा करती है तथा मुक्त रहने का फैसला करती है.

मृणाल का चरित्र, टैगोर की रचनाओं में कई महिलाओं के रूप में, नाटककार के स्वयं के घर की महिलाओं से प्रेरित था, जो शिक्षित है, समझदार है एवं स्वतंत्र व विचारशील महिलाओं के रूप में संस्कृति और सौंदर्यशास्त्र की बारीकियों की सराहना करता है. स्त्री-पत्र में एक ऐसी महिला का चित्रण है जिसकी सामाजिक समस्या एक शैली के मिश्रण में संगीतमय आनन्द की सवारी है.

‘ बैंडिट क्वीन ‘ में फूलन देवी की भूमिका से चर्चित हुईं  सीमा विश्वास राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की भूतपूर्व छात्रा हैं. उन्होंने कई हिन्दी फिल्मों जैसे- बैंडिट क्वीन, विवाह, हाफ गर्लफ़्रेंड, ख़ामोशी, दीवानगी, एक हसीना थी  में अभिनय कर देश भर में प्रसिद्धि पाई है. राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से शानदार अभिनय के लिए सम्मानित सीमा विश्वास अभिनीत व निर्देशित एकल नाट्य मंचन स्त्री-पत्र का यह 98वाँ प्रस्तुति थी.  नाटक में निर्देशन, सहयोग एवं प्रकाश परिकल्पना दौलत वैद, मंच व्यवस्था-स्नेहा तथा ध्वनि संचालन अविनाश सिंह का था.

नाट्य प्रदर्शन से पूर्व आमंत्रित मुख्य अतिथि पुरे मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय के पूर्व निदेशक संजय उपाध्याय, रंग समीक्षक अजीत राय, आई०ओ०सी०एल० पदाधिकारी शरद कुमार, डॉ० धीरज शांडिल्य ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम शुरू किया.

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