लखनऊ। 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू न करने के विरोध में ओबीसी-एससी-एसटी के छात्रों ने एससीईआरटी (स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग) लखनऊ पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में छात्र युवा रोजगार अधिकार मोर्चा के संयोजक सुनील मौर्य, आयुष श्रीवास्तव, प्राची , सौम्या, आदर्श नेब भी भागीदारी की।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए छात्र युवा रोजगार अधिकार मोर्चा के संयोजक सुनील मौर्य ने कहा कि “भाजपा नीति योगी सरकार 69000 शिक्षक भर्ती में समुचित आरक्षण लागू नहीं कर आरक्षित वर्ग के छात्रों को रोजग़ार के हक़ से वंचित कर रही है और चुनाव में सामाजिक न्याय के नाम पर चुनाव में वोट हासिल करना चाहती है जो भाजपा के दोहरे चरित्र को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार नौकरियों में नियम व पारदर्शिता की बात कर रही है जो कहीं भी दिखाई नहीं देती ।69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण घोटाले के खिलाफ शुरू से ही अभ्यर्थियों द्वारा सरकार को आगाह किया था लेकिन आरक्षण की अनदेखी करके मनमाने तरीके से भर्ती प्रक्रिया की गई, अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा आरक्षित वर्ग के छात्रों को नौकरी का हक़ ना मिलने की बात कहने के बावजूद सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक हस्तक्षेप होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है।
छात्र युवा रोजगार अधिकार मोर्चा से जुड़े आयुष ने कहा कि “सरकार न तो नौकरी दे रही है और न ही आरक्षण लागू कर रही है। सरकार द्वारा 04 साल में 04 लाख नौकरी देने की बात भी झूठी ही है क्योंकि उत्तर प्रदेश में हुई शिक्षकों की भर्ती कोई नई भर्ती नहीं है बल्कि शिक्षामित्रों के हटाए जाने के बाद रिक्त पदों का समायोजन किया गया है। जहां मोदी सरकार प्रति वर्ष २ करोड़ रोजगार देने का वादा करके सत्ता में आई वहीं पिछले वर्ष २ करोड़ रोजगार और इस वर्ष अबतक २ करोड़ रोजगार मोदी सरकार ने छीन लिए है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के अंदर नई शिक्षक भर्ती के मांग पर चल रहे आंदोलन का भी समर्थन करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर नौजवानों को संगठित करके रोजगार के सवाल पर एक व्यापक आंदोलन चलाने की जरूरत है। “
मोर्चा ने 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करते हुए नई मेरिटलिस्ट जारी करने, आरक्षण घोटाले में शामिल अधिकारियों को दंडित करने, आरक्षण घोटाले के जिम्मेदार शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी व कार्मिक मंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफा की मांग की ।
आज हुए प्रदर्शन में लोहा सिंह पटेल, मनोज प्रजापति, विजय यादव,अमित कुमार, श्यामलाल गुप्ता, वंदना मौर्य, किरन यादव, मुस्ताक अहमद, रामू निषाद, भोला चौहान, अविनाश वर्मा, वृजेश कुमार, देवेंद्र सिंह राजपूत रामाशीष चौधरी समेत सैकड़ों छात्र शामिल रहे।