लखनऊ। ऐपवा ने आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस प्रदेश के कई जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए। इस मौके पर उत्तर प्रदेश में बढ़ती हिंसा के खिलाफ महिलाओं ने आक्रोश प्रदर्शित किया और मुख्यमंत्री को संबोधित 6 सूत्रीय मांग पत्र अधिकारियों को दिए।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, लखनऊ, अयोध्या, रायबरेली, कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया, वाराणसी, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, गाजीपुर, बलिया, मऊ, जिलों में कार्यक्रम हुए।
ऐपवा की प्रदेश अध्यक्ष कृणा अधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश को मुख्य्मंत्री योगी आदित्यनाथ संविधान से नहीं बल्कि बुल्डोजर से प्रदेश को चला रहे हैं। हाल में सुप्रीम कोर्ट से फटकार पड़ने के बावजूद भी मुख्यमंत्री लगातार न्यायालय की अवेहलना कर अपने नफरती बुल्डोजर से महिलाओं के अधिकारों पर हमला कर रहे हैं। यह योगी सरकार की तानाशाही को दर्शाता है जो लोकतंत्र में भरोसा नहीं करती।
ऐपवा की प्रदेश सचिव कुसुम वर्मा ने कहा कि प्रदेश भर में आज महिलाएं 8 मार्च की विरासत को याद कर रही है और महिला हिंसा के खिलाफ़ अपनी आवाज़ बुलंद कर रही हैं। कुसुम वर्मा ने कहा की राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के ताजा सरकारी आंकड़े बताते हैं की महिला अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश शर्मनाक ढंग से पहले नंबर पर है। उत्तर प्रदेश के लगभग प्रत्येक जिले में महिलाओं के साथ बलात्कार, हत्या, अपहरण, की शर्मनाक घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं और इन घटनाओं में पीड़ित महिलाओं और उनके परिवारों को न्याय नहीं मिल रहा है बल्कि कई मामलों में तो सरकार बलात्कारी और अपराधियों का संरक्षण करती नजर आई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिला सशक्तिकरण की कितनी ही बातें कर लें, लेकिन महिलाओं के साथ अपराध की घटनाएं यह बता रही हैं की यूपी में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।