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पटना. प्रधानमंत्री द्वारा अचानक घोषित लाॅॅकडाउन के कारण बिहार के मजदूर जगह-जगह फंसे हुए हैं. केरल के त्रिशुर में पश्चिम चंपारण के 50 मजदूर फंसे हुए हैं. गाड़ियो के बंद हो जाने के कारण वे बिहार नहीं लौट सकते. और उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है.
इसी प्रकार, कटिहार, सीमांचल व बिहार के अन्य इलाकों के मजदूर राज्य और राज्य के बाहर जगह-जगह फंस गए हैं.
इसको लेकर भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने बिहार के गृह सचिव से बात की और उनसे तमाम मजदूरों के ठहराव व भोजन की उचित व्यवस्था करने की माग की.
उसी प्रकार, पटना जिले के पालीगंज थाना के ग्राम जरखा के 12 मजदूर खगड़िया जिले में फंसे हुए हैं. भाकपा-माले के पूर्व विधायक व केद्रीय कमिटी के सदस्य काॅ. अरूण सिंह ने परबत्ता के एसडीओ से इस सिलसिले में बात की. जिसके बाद सभी मजदूरों को झंझड़ा, पंचायत महदीपुर, प्रखंड परबत्ता के आंगनबाड़ी केंद में रखवा दिया गया.
उन्होंने कहा कि भाकपा-मालेे बिहार सरकार से लाॅकडाउन के कारण जगह-जगह फंसे मजदूरों की सुरक्षा, ठहराव व भोजन की उचित व्यवस्था की मांग करती है. कई जगह से इस प्रकार की रिपोर्टं आ रही हैं.
माले राज्य सचिव ने यह भी बताया कि त्रिसुर में मौजूद सुभाष कुशवाहा का नंबर केरल के भाकपा-माले नेता काॅमरेड वेणुगोपाल को दे दिया गया है, और हमारी पार्टी भी अपने स्तर से मजदूरों के ठहराने की व्यवस्था करेगी.
ये सभी मजदूर पश्चिम चंपारण के चनपटिया अंचल के घोघा पंचायत के रहने वाले हैं.