रांची। देश के नामचीन अधिवक्ता प्रशांत भूषण के साथ एकजुटता में रांची के सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ताओं और विभिन्न संगठनों द्वारा 20 अगस्त को रांची में बारिश के बीच शहीद स्मारक रांची में प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में शामिल लोग अपने हाथों में नारे लिखी तख्तियाँ लिए हुए थे। इन तख़्तियों पर लिखा था “आलोचना अवमानना नहीं” ,
“अदालती अवमानना के बहाने आलोचना और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला नहीं सहेंगे!”, “न्याय की लोकतांत्रिक आवाज़ बुलंद करें” , “बोल के लब आज़ाद हैं तेरे”, “न्यायिक लोकतांत्रिक परंपरा को बहाल करो”, “हम भी देखेंगे”, StandWithPrashantBhushan।
मौन अपील प्रदर्शन में नदीम खान,अलोका कुजूर , प्रफुल्ल लिंडा, भुनेश्वर केवट, सचिदानंद मिश्रा, सुशांतो मुख़र्जी, तमन्ना बेग़म, मो ज़ियाउल्लाह, वीणा लिंडा, रेणु प्रकाश, मोज़ाहिदुल इस्लाम, जयंत पांडेय, मधुवा कच्छप, वीरेंद्र कुमार,अब्दुल मन्नान इस्लाही,विजय कुमार,हनज़ला अफ़रीदी,अब्दुल सलाम,मो इरशाद आदि शामिल हुए। प्रदर्शन का आयोजन एआईपीएफ, एनएपीएम, झारखंड नागरिक प्रयास, आदिवासी अधिकार मंच, झारखंड राज्य कामकाजी महिला यूनियन, एक्टू, सीटू, एटक, एपीसीआर किया था।