सरायगढ़ (बिहार)। कोशी नव निर्माण मंच द्वारा कोशी तटबंध के भीतर बाढ़ कटाव पीड़ितों को गृह क्षति दिलाने सहित पुनर्वासित कराने की मांग को लेकर आज एक दिवसीय धरना सरायगढ़ अंचल कार्यालय के सामने दिया गया।
धरना में ढोली पंचायत के सियानी गांव के लोगों ने अपने घर कटने की व्यथा बताते हुए कहा कि उनके घर कटने के बाद सामान रखने को जमीन तक नहीं था। दूसरे के जमीन में समान रखकर किसी तरह गुजर किए। यदि पुनर्वास होता तो वहां की बाढ़ और यातना भोगने की विवशता नहीं होती। इस साल इतनी बड़ी बाढ़ आई उसके बाद भी प्रशासन आजतक गृहक्षति भी नहीं दिया है। बाढ़ में नावें नहीं मिलती हैं। सरकारी नावें कागज पर अंचल में चलती हैं। नेता, अफसर और सरकार जब हम लोग डूब और बर्बाद हो जाएंगे तब क्या करने आयेगी ?
धरना स्थल पर सभी लोगों ने सर्व सम्मति से 9 सूत्रीय मांगपत्र तैयार किया जिसमें स्थिति का वर्णन करते हुए, मानक संचालन प्रक्रिया और मानदर के तहत गृहक्षति देने, उन्हें पुनर्वास या सरकारी जमीन में बसाने, वस्त्र बर्तन क्षति देने, सर्वे कराकर तटबंध के भीतर के लोगों को कराकर पुनर्वास कराने, तटबंध के भीतर सरकारी नावों को बहाल करने, उप स्वास्थ्य केंद्र और बोट क्लिनिक शुरू कराने, बिजली की व्यस्था कराने, लगान मुक्ति की मांग की है।
अंचल पदाधिकारी धीरज कुमार ने आवेदन लिया और कार्रवाई का भरोसा दिया।
धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ सर्वोदई अवध बाबू और संचालन कोशी नव निर्माण मंच के परिषदीय अध्यक्ष इंद्र नारायण सिंह ने किया।
धरना में जय नारायण यादव, ढोली के पूर्व मुखिया रामप्रसाद मंडल, वर्तमान ढोली के मुखिया प्रतिनिधि प्रवीण कुमार सिंह, कलमवती देवी, राजेंद्र पण्डित, राजकुमार, रामप्रसाद मेहता, योगेन्द्र मुखिया, चंदा देवी, लक्ष्मी देवी, नुनु लाल सिंह, अरविंद मेहता, भागवत पंडित, छूतहरु पासवान, भागवत पंडित, यशोधर यादव, सूर्य नारायण राम, कोशी नव निर्माण मंच के जिला अध्यक्ष आलोक राय और संस्थापक महेंद्र यादव ने संबोधित किया।
धन्यवाद ज्ञापन धर्मेन्द्र ने किया। कार्यक्रम में सियानी, ढोली, बलथरवा, कटैया, भूलिया, सिकरहटा, लौकहा, भपटियाही के सैकड़ों लोग भाग लिए।