लखनऊ, 10 अप्रैल। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने भाजपा नेता व पूर्व
केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्यमयानंद पर से बलात्कार का मुकदमा वापस लेने के
योगी सरकार के फैसले को शर्मनाक बताते हुए निंदा की है। पार्टी ने कहा है कि
सरकार के इस कदम से महिला उत्पीड़न को बढ़ावा मिलेगा और बलात्कारियों का मनोबल बढ़ेगा। साथ ही, यह पीड़िता के प्रति भी घोर अन्याय होगा।
पार्टी की ओर से मंगलवार को यहां जारी बयान में कहा गया है कि योगी सरकार कानून का बेतहाशा दुरुपयोग कर रही है। खुद मुख्यमंत्री योगी ने अपने खिलाफ मुकदमों को खत्म किया और अब उनकी सरकार भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री पर बलात्कार का मुकदमा भी वापस लेने का आदेश जारी कर चुकी है, क्योंकि
आरोपी हाई प्रोफाइल और उनकी पार्टी के हैं।
बयान में कहा गया है कि सरकार के इस कदम से उन्नाव गैंगरेप मामले में भी न्याय मिलने की उम्मीद धूमिल हुई है, क्योंकि यहां भी मुख्य आरोपी हाई प्रोफाइल और भाजपा के मौजूदा विधायक हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश में कानून के शासन का खात्मा हो चुका है।
पार्टी ने योगी सरकार से इस फैसले को रद्द कर मामले को न्यायालय के ऊपर छोड़ने की मांग की है।