पटना. जहानाबाद के मखदुमपुर में गरीबों के 40 घर जलाये जाने की घटना के बाद बक्सर के एकरासी गांव में दबंगों द्वारा मुसहर बस्ती में तांडव करने की खबर सामने आई है. यहाँ दबंगों ने मुसहरों की बस्ती पर दो बार हमला किया और उनके 19 घर जला दिए.
भाकपा-माले की जांच टीम ने एकरासी का दौरा किया और घटना का जायजा लिया. जांच टीम में भाकपा-माले नेता रामअयोध्या सिंह, हरेन्द्र राम, वीर बहादुर पासवान, विसर्जन पासवान, नीरज कुमार, काशीनाथ राम आदि शामिल थे.
जांच टीम ने कहा है कि होली के दिन 2 मार्च को एकरासी मुसहरी में पिंटु यादव व रंजीत चौधरी के बीच विवाद हो गया. रंजीत चौधरी शराब के नशे में धुत थे. बीच-बचाव कर मामला शांत कर दिया गया. लेकिन 3 मार्च को सुबह से ही चौधरी टोला के लोग बगेन गोला के समीप सड़क जाम कर बैठ गए. प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद जाम खत्म भी हो गया, लेकिन जाम तोड़ने के बाद वे लोग सीधे मुसहर टोली में आ धमके और गरीब मुसहरों पर हमला कर दिया. उन लोगों ने मुसहर लोगों पर पिंटू यादव का पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए हमला किया.
मुसहर समुदाय की ओर से भी इसका प्रतिरोध हुआ. जन-प्रतिरोध में चौधरी समुदाय के एक व्यक्ति की छूरी लगने से मौत हो गई. तत्पश्चात, भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई. कुछ समय बाद पुनः चौधरी समुदाय के लोगों ने संगठित होकर मुसहर समुदाय की बस्ती पर हमला किया और उनके घरों में आग लगा दी. उन्होंने पिंटू यादव के यहां लूटपाट भी की.
आगजनी की घटना में लालजी, चुनचुन, भूषण, विनोद, धानामुनि देवी, फूला देवी, दारोगा, विजय, पंकज, धनु, पप्पू, संजू , कमल, जितेन्द्र , बबन, धुरान, फुलदेवी, बबन और सूरत के घर जल गए. घर में रखा अनाज, बर्तन, कपड़े सहित पूरा सामान जल कर खाक हो गया. कई मवेशी भी जल कर मर गये.
भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने बक्सर के एकरासी में दबंगों द्वारा महादलित मुसहर जाति की बस्ती में आग लगाने और उनपर जानलेवा हमले की कड़ी भर्त्सना की है. भाकपा-माले ने स्थानीय एसडीओ से मुसहर टोली में कैंप लगाकर गरीबों की सुरक्षा की मांग की है. सभी दहशत के माहौल में हैं. लेकिन प्रशासन गरीबों को तत्काल राहत देने में आनाकानी कर रहा है.
इस मामले में 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गई है.