जनमत किसान के क्रमिक दरिद्रीकरण की शोक गाथा है ‘ गोदान ‘गोपाल प्रधानJuly 31, 2018July 31, 2018 by गोपाल प्रधानJuly 31, 2018July 31, 201802983 प्रेमचंद ने गोदान में उपनिवेशवादी नीतियों से बरबाद होते भारतीय किसानी जीवन और इसके लिए जिम्मेदार ताकतों की जो पहचान आज के 75 साल पहले...