पटना। इंडिया गठबंधन के तहत बिहार की आरा, काराकाट व नालंदा, झारखंड की कोडरमा और अगिआंव (सु) विधानसभा उपचुनाव के लिए भाकपा माले ने आजअपने प्रत्याशी घोषित कर दिया। पटना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में माले राज्य सचिव कुणाल, विधान पार्षद शशि यादव, वरिष्ठ पार्टी नेता केडी यादव और विधायक गोपाल रविदास ने संयुक्त रूप से यह घोषणा की।
भाकपा-माले ने आरा से सुदामा प्रसाद, काराकाट से राजाराम सिंह, नालंदा से संदीप सौरभ, झारखंड की कोडरमा सीट से विनोद सिंह तथा अगिआंव (सु.) विधानसभा के हो रहे उपचुनाव में शिवप्रकाश रंजन को प्रत्याशी बनाया है।
कामरेड सुदामा प्रसाद फिलहाल आरा जिले के ही तरारी विधानसभा से भाकपा-माले के विधायक हैं। उन्होंने 2015 में पहली बार तरारी सीट पर जीत हासिल की और फिर 2020 के विधानसभा चुनाव में दुबारा निर्वाचित हुए। वे बिहार विधानसभा में कृषि-उद्योग समिति के सभापति भी हैं। जनांदोलनों के चर्चित नेता सुदामा प्रसाद अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। हाल के दिनों में आरा में उन्होंने छोटे दुकानदारों के कई आंदोलनों का भी सफलतापूर्वक नेतृत्व किया है। वे पार्टी की बिहार राज्य स्थायी समिति के भी सदस्य हैं।
काराकाट से माले प्रत्याशी कामरेड राजाराम सिंह किसी परिचय के मोहताज नहीं है. जनांदोलनों के तपे-तपाए नेता राजाराम सिंह देश के किसान आंदोलन के प्रमुख हस्ताक्षर हैं। वे फिलहाल अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बिहार-झारखंड के प्रभारी हैं। 1995 और 2000 में वे औरंगाबाद के ओबरा से दो बार विधायक भी रहi चुके हैं। वे भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो के भी सदस्य हैं।
नालंदा से प्रत्याशी कॉमरेड संदीप सौरभ फिलहाल पालीगंज से विधायक हैं. वे आइसा तथा जेएनयूएयू के महासचिव रह चुके हैं। हाल के दिनों में बिहार में चले शिक्षक आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. संदीप सौरभ पार्टी की केंद्रीय कमिटी के भी सदस्य हैं.
झारखंड की कोडरमा सीट से बगोदर के वर्तमान विधायक, लोकप्रिय जन नेता तथा पार्टी पोलित ब्यूरो सदस्य कामरेड विनोद सिंह प्रत्याशी होंगे। बीएचयू से समाज शास्त्र में स्नातक और 3 बार के विधायक विनोद कुमार, कॉमरेड महेंद्र सिंह की शहादत के बाद 2005 में बगोदर से पहली बार विधायक बने।
अगिआंव (सु.) विधानसभा के उपचुनाव में पार्टी ने आरवाइए के राज्य सचिव कामरेड शिवप्रकाश रंजन को मैदान में उतारा है। मनोज मंजिल को एक झूठे मुकदमे में सजा करा देने के उपरांत इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। शिवप्रकाश रंजन बिहार में छात्र आंदोलन के चर्चित नेता रहे हैं। उन्होंने आइसा के बिहार राज्य सचिव की जिम्मेवारी भी संभाली है। वे भाकपा-माले की राज्य कमिटी के भी सदस्य हैं।
माले नेताओं ने कहा कि बिहार की सभी 40 सीटों पर पूरी एकता व जीत के संकल्प के साथ इंडिया गठबंधन उतरेगा। पार्टी कतारों को गोलबंद करने के लिए आगामी 3 अप्रैल को पटना के गेट पब्लिक लाइब्रेरी में कार्यकर्ता कन्वेंशन आयोजित किया गया है. कार्यकर्ता कन्वेंशन में भाकपा-माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य मुख्य रूप से शामिल होंगे. जेएनयूएयू के नवनिर्वाचित अध्यक्ष धनंजय कुमार भी कार्यकर्ता कन्वेंशन में भाग लेंगे।