प्रयागराज। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) व रेवोल्यूशनरी यूथ एसोसिएशन (आरवाईए) ने बिहार में रोजगार का हक़ मांग रहे छात्रों-युवाओं पर पुलिसिया दमन की भर्त्सना की है।
आइसा उत्तर प्रदेश के राज्य अध्यक्ष शैलेश पासवान ने नीतीश सरकार की निंदा करते हुए कहा कि 19 लाख रोजगार, सस्ती शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य की मांग को लेकर पूरे बिहार से छात्र संगठन आइसा और नौजवान संगठन इनौस के हजारों छात्र-युवा आज विधानसभा घेराव के लिए पटना की सडकों पर उतरे थे । आंदोलनकारियों की मांगे मानने के बजाय बिहार की भाजपा-जदयू सरकार उनपर लाठीचार्ज कर रही है। वाटर कैनन और आँसू गैस का इस्तेमाल कर रही है। बिहार में भाजपा-जदयू व यूपी समेत केंद्र में भाजपा की सरकार बेरोजगारी के दलदल में धकेल छात्र-युवा को आत्महत्या करने पर मजबूर कर रही है। इलाहाबद में छात्र आये दिन आत्महत्या कर रहें हैं।
रेवोल्यूशनरी यूथ एसोसिएशन (आरवाईए) के राज्य सचिव सुनील मौर्य ने लाठी चार्ज की भर्त्सना करते हुए कहा कि भाजपा-जदयू की सरकार 19 लाख नौकरी देने का झांसा देकर सरकार में आयी है, लेकिन अब जब छात्र-युवा नौकरी मांग रहा है तो लाठी चार्ज, गोली और आँसू गैस के गोले दिए जा रहें हैं। यह सिर्फ वादाखिलाफी ही नहीं बल्कि नीतीश कुमार का असली चेहरा भी है।
19 लाख रोजागर देने का वादा करने वाले नीतीश कुमार को छात्रों-युवाओं के इस “विधानसभा घेराव मार्च” के सामने कायदे से आकर संवाद करना चाहिए था। लेकिन भाजपा के दमनकारी नीतियों से प्रभावित होकर उन्होंने यह क्रूर लाठी चार्ज कराया जो कि बेहद ही निंदनीय है ।
आइसा-आरवाईए की तरफ से संयुक्त रूप से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में भी बेरोजगारी का संकट बढ़ रहा है। भर्तियां भ्रष्टाचार और कोर्ट के माथे चढ़ रही हैं। यूपी में भी कमाई, दवाई, पढ़ाई व सुनवाई सुनिश्चित कराने को आंदोलन किया जाएगा । पूरे उत्तर प्रदेश में छात्र-युवा 2 मार्च को विरोध-प्रदर्शन करेंगें । उत्तर प्रदेश में रोजगार की मांग के लेकर भी आंदोलन अब तेज किया जाएगा।