पटना/ रांची. ऐक्टू, खेग्रामस व भाकपा-माले के आह्वान पर प्रवासी मजदूरों की सकुशल घर वापसी और उन्हें 10 हजार रूपए लाॅकडाउन भत्ता देने की मांग करते हुए दो दिवसीय भूख हड़ताल के तहत आज दूसरे दिन भी यूपी, बिहार, झारखंड, राजस्थान, उत्तराखंड, कर्नाटक, तमिलनाडू आदि राज्यों में इन संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ने उपवास किया और सरकार से अविलंब कार्रवाई की मांग की. इस आंदोलन से घबरायी सरकार ने यूपी और बिहार में एक दर्जन स्थानों पर कार्यकर्ताओं को उपवास करने से रोका. यूपी के अयोध्या में माले के जिला सचिव सहित पांच कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. बाद में सभी को छोड़ दिया गया.
बिहार के माले राज्य सचिव कुणाल ने बताया कि हमारी पार्टी, ऐक्टू व खेग्रामस प्रवासी मजदूरों की सकुशल घर वापसी को लेकर कोरोना की रोकथाम के सभी उपायों और देह की दूरी के नियमों का पालन करते हुुए भूख हड़ताल का आयोजन कर रही है, लेकिन प्रशासन को इससे भी परेशानी हो रही है. लाॅकडाउन में भीड़ नहीं लगाने का नियम है, यह नहीं कि हम अपनी कोई जायज मांग भी नहीं कर सकते.
उन्होंने कहा कि पटना जिले के कई स्थानों पर चले रहे भूख हड़ताल को आज प्रशासन की ओर से धमकी दी गई.
पुनपुन के चकिया कृषि भवन में बेहरावां पंचायत के मुखिया जयप्रकाश पासवान, प्रखंड सचिव राकेश मांझी, बेहरवां सरपंच विजय मांझी के द्वारा भूख हड़ताल जारी है. आज वहां सीओ व थाना प्रभारी पहुंचे और जाकर कहा कि लाॅकडाउन में किसी भी प्रकार की राजनीतिक गतिविधि पर रोक है, इसलिए इसे अविलंब खत्म करें.
पुनपुन के ही लखना में मुखिया मदन पासवान एवं अन्य लोग भूख हड़ताल कर रहे थे. थाना प्रभारी वहां भी पहुंचे और भूख हड़ताल खत्म करने की बात कही.
नौबतपुर कार्यालय में किसान महासभा के जिला सचिव कृपानारायण सिंह, प्रखंड सचिव देवेन्द्र वर्मा, किसान सभा प्रखंड के अध्यक्ष मधेश्वर शर्मा, किसान सभा जिला कमिटी के सदस्य उमेश सिंह, एक्टू के प्रखंड सचिव पप्पू शर्मा आदि भूख हड़ताल पर थे. पुलिस ने यहां भी भूख हड़ताल बंद करने को कहा वरना एफआईआर करने की धमकी दी.
मसौढ़ी में खेग्रामस बिहार राज्य सचिव गोपाल रविदास, जिला कमिटी सदस्य नागेश्वर पासवान, नगर पार्षद शशि यादव द्वारा जारी भूख हड़ताल को एसडीओ द्वारा रोके जाने की खबर मिली है.
बिहार में आज दूसरे दिन भी पटना सहित सभी जिला मुख्यालयों पर भूख हड़ताल का कार्यक्रम जारी रहा. जगतनारायण रोड स्थित भाकपा-माले राज्य कार्यालय में राज्य सचिव कुणाल, रसोइया संघ की नेता सरोज चैबेय खेग्रामस कार्यालय में धीरेन्द्र झा, आशाकर्मियों की नेता शशि यादव, मुर्तजा अली, दिलीप सिंहय माले राज्य कमिटी सदस्य उमेश सिंह और भाकपा-माले के तीनों विधायक सुदामा प्रसाद, सत्यदेव राम व महबूब आलम क्रमशः भोजपुर, सिवान व कटिहार में अनशन पर रहे.
भोजपुर में सुदामा प्रसाद के अलावा भाकपा-माले की केंद्रीय कमिटी के सदस्य व इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज मंजिल, जिला सचिव जवाहरलाल सिंह ने भी उपवास किया. अरवल में महानंद, जितेन्द्र यादव, रवीन्द्र यादवय जहानाबाद में वरिष्ठ माले नेता रामजतन शर्मा-रामबलि सिंह यादव व श्रीनिवास शर्माय मुजफ्फरपुर में खेग्रामस नेता शत्रुघ्न सहनीय पूर्वी चंपारण में सचिव प्रभुदेव यादव, रूपलाल शर्मा, जितलाल सहनी,रामएकबाल यादव, शेख विगनय पटना जिले के पुनपुन, चकिया, मसौढ़ी, पालीगंज, विक्रम, फतुहाय भागलपुर में मुकेश मुक्तय दरभंगा में जंगी यादव, लक्ष्मी पासवान सहित सिवान, मधुबनी, समस्तीपुर, खगड़िया, गोपालगंज, अररिया, सुपौल, वैशाली आदि जिलों में इन संगठनों के नेता उपवास पर रहे. देर शाम उपवास का कार्यक्रम समाप्त किया गया.
उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित उनके घरों तक भेजने की व्यवस्था करने और वर्तमान में उनके रुकने की जगहों पर भोजन, राशन व धनराशि मुहैया कराने की मांग को लेकर रविवार को राजधानी लखनऊ के अलावा, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, गोरखपुर, देवरिया, बलिया, चंदौली, मिर्जापुर, भदोही, प्रयागराज, रायबरेली, कुशीनगर, जालौन, सीतापुर, कानपुर, मुरादाबाद, मथुरा, फिरोजाबाद व नोएडा में एक्टू, खेग्रामस कार्यकर्ताओं ने उपवास रखा.
अयोध्या (फैजाबाद) के माले जिला प्रभारी अतीक अहमद को उक्त मांगों के समर्थन में घर पर भूख हड़ताल पर बैठने के कारण पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. कामरेड अतीक तीन अन्य कार्यकर्ताओं के साथ अपने घर पर शारीरिक दूरी बनाए रखकर भूख हड़ताल पर बैठे थे. इतने पर अयोध्या कोतवाली की पुलिस उनके घर पहुंच गई और अतीक समेत चारों कार्यकर्ताओं को थाने उठा लाई. इनमें दो महिला कार्यकर्ता भी थीं. इसके अलावा, जिले के महराजगंज थाना क्षेत्र से भी एक पार्टी कार्यकर्ता को अपने घर के सामने भूख हड़ताल में शामिल होने के कारण हिरासत में ले लिया.