उत्तम कुमार, सम्पादक दक्षिण कोसल
भिलाई स्टील प्लांट में आज गैस पाइप लाइन के फटने से बड़ा हादसा हो गया है। मिली जानकारी के अनुसार ब्लास्ट फर्नेस 8 से कोक ओवन बैटरी नंबर 11 के बीच डी ब्लांकिंग का कार्य चल रहा था जिसमें लगभग 40 लोग कार्य में व्यस्त थे. इस दौरान सीडीसीपी में गैस पाइप लाइप में विस्फोट हो गया. इससे आग की बड़ी-बड़ी लपटों की चपेट में आकर एक दर्जन से ज्यादा बीएसपी कर्मचारी झुलस गए जिसमें 9 कर्मियों की मौत हो गई है.
गैस पाइप लाइन फटने से झुलसे हुए एक दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों को उपचार के लिए पं. जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर 9 लाया गया है . आग की लपटों में झुलसेकई कर्मचारी गंभीर बताए जा रहे हैं.
जिस समय दुर्घटना हुई कोक ओवन में एक्सपर्ट ग्रुप द्वारा कार्य किया जा रहा था. पहला ग्रुप नट बोल्ट खोल कर यह कार्य दूसरे ग्रुप को सौंपा था । सारा कार्य चलती लाइन में हो रहा था तथा इस कार्य को अति अनुभवी कार्मिको द्वारा किया जा रहा था । प्लेट खोलने के दौरान यह हादसा हुआ.
यह कोई पहली घटना नहीं है, जब गैस के रिसाव के बाद हालात बिगड़े हों, इससे पहले साल 1986 में 86 लोग घायल हुए थे . साल 2014 में प्लांट में गैस रिसाव के बाद छह संयंत्र कर्मियों की मौत हुई थी. जानकारों का मानना है कि यह हादसा प्रबंधक द्वारा मेंटिनेंस में लापरवाही बरतने से हुआ. वर्ष 1991 के बाद ज्यों ही निजीकरण का दौर चला, महारत्न कंपनी का निजीकरण की ओर जाने की कसरत तेज हो गई. ठेका श्रमिकों का शोषण तेज हुआ. स्थाई कर्मियों के कार्य यानी निर्माण कार्य ठेका मजदूरों पर सौंपा जाने लगा और अनुभव के अभाव में बड़े हादसे होने लगे.
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