समकालीन जनमत

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नाटक

एक पागल की डायरी : एक सार्थक संभावनाशील प्रस्तुति

समकालीन जनमत
पुंज प्रकाश नाट्य प्रस्तुतियों में समकालीनता एक ज़रूरी शर्त है। अपने समय से मुंह चुराता हुआ नाट्य समय, धन और ऊर्जा की बर्बादी और व्यर्थ...
सिनेमा

नये फिल्मकारों की फिल्मों ने जनपक्षीय सिनेमा के प्रति उम्मीद जगाई

10वां पटना फिल्मोत्सव: प्रतिरोध का सिनेमा महानगर से लेकर गांवों और आदिवासी इलाकों तक के जन-जीवन की सच्चाइयों से रूबरू हुए दर्शक लोककलाकार भिखारी ठाकुर...
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