समकालीन जनमत

Tag : पितृसत्ता

पुस्तक

कमला सिंघवी की किताब ‘दाम्पत्य के दायरे’ के बहाने कुछ बातें

समकालीन जनमत
निकिता हाल ही में मैंने “कमला सिंघवी” की पुस्तक “दाम्पत्य के दायरे” पढ़ा, जिसे पढ़ते समय एक स्थान पर बैठे हुए ही मानो मैंने एक...
ख़बर

देवरिया में युवती की हत्या पर ऐपवा का प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के तरकुलवा थाने के अंतर्गत आने वाले शबरी जी खर्ग गाँव की नेहा पासवान का जींस पहनना परिवार के लोगों...
जनमत

ड्रॉपआउट: लड़कियों के शैक्षणिक अलगाव के सामाजिक आर्थिक कारण

बीते रविवार कोरस के फेसबुक लाइव स्त्री संघर्ष का कोरस में ‘ड्रॉपआउट: लड़कियों के शैक्षणिक अलगाव के सामाजिक आर्थिक कारण’ विषय पर मृदुला सिंह ने...
ज़ेर-ए-बहस

हम पितृसत्ता के खिलाफ हैं, पुरुषों के नहीं: कमला भसीन

समकालीन जनमत
(‘स्त्री संघर्ष का कोरस’ शृंखला के अंतर्गत रविवार 28 जून को कोरस के फेसबुक पेज से प्रसिद्ध नारीवादी कार्यकर्ता, कवि और समाज विज्ञानी कमला भसीन...
सिनेमा

अतियथार्थवाद का जोखिम भरा रास्ता अख़्तियार करती मणि कौल की ‘उसकी रोटी’

मुकेश आनंद
(महत्वपूर्ण राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय फिल्मों पर  टिप्पणी के क्रम में आज प्रस्तुत है समानांतर सिनेमा के जरूरी हस्ताक्षर मणि कौल की उसकी रोटी । समकालीन जनमत केेे...
कविताजनमतसाहित्य-संस्कृति

पराजय को उत्सव में बदलती अनुपम सिंह की कविताएँ

समकालीन जनमत
(अनुपम सिंह की कविताओं को पढ़ते हुए ऐसा लगता है जैसे वे अपने साथ हमें पितृसत्ता की एक बृहद प्रयोगशाला में लिए जा रहीं हैं...
जनमत

सभ्य होने की असलियत

समकालीन जनमत
सदानन्द शाही किसी समाज के सभ्य होने का सबसे बड़ा पैमाना यह  है कि वह समाज स्त्रियों के साथ कैसा व्यवहार करता है. अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस...
Fearlessly expressing peoples opinion