समकालीन जनमत

Tag : परंपरा

साहित्य-संस्कृति

सुआ नृत्य : छत्तीसगढ़ी लोक का आलोक

समकालीन जनमत
पीयूष कुमार कार्तिक का अंधियारी पाख लग गया है। खेतों में कटने को खड़े धान पर घाम की तपिश कम हो रही है। सिलयारी के...
इतिहास

दुनिया की संस्कृतियाँ और धान

जनार्दन
पड़ोसी देश पाकिस्तान और हमारे बीच कई छोटे-मोटे मसले पैदा होते हैं। कुछ तो स्थाई हैं। कई छोटी-बड़ी असहमतियां और अहंकार हैं, जो समय-समय पर...
कहानी

दास्तानगोई परंपरा और स्त्रियों की भूमिका

समकालीन जनमत
बीते रविवार ‘कोरस’ के फेसबुक लाइव ‘स्त्री संघर्ष का कोरस’ में ‘दास्तानगोई परंपरा और स्त्रियों की भूमिका‘ विषय पर कोरस की साथी समता ने सुप्रसिद्ध...
शख्सियत

महावीर प्रसाद द्विवेदी का स्मरण आज भी क्यों ज़रूरी है

समकालीन जनमत
द्विवेदी जी उस ईश्वर को ‘भ्रष्ट ईश्वर’ कहते हैं, जिसकी दुहाई छुआ-छूत मानने वाले देते हैं. द्विवेदी जी का निर्भीक आह्वाहन है- ‘ऐसे भ्रष्ट ईश्वर...
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