समकालीन जनमत

Tag : इतिहास

पुस्तक

कोमिंटर्न के इतिहास का खाका

1996 में मैकमिलन प्रेस से केविन मैकडर्मट और जेरेमी एग्न्यू की किताब ‘द कोमिंटर्न: ए हिस्ट्री आफ़ इंटरनेशनल कम्युनिज्म फ़्राम लेनिन टु स्तालिन’ का प्रकाशन...
ख़बर

लिटरेरिया 2021 : साहित्य का लोकतंत्र असल लोकतंत्र से अलग नहीं है-विजय चोरमारे

समकालीन जनमत
कोलकाता। नीलाम्बर का ‘ लिटरेरिया 2021 ‘ का आरंभ आज सियालदह के बी. सी. रॉय ऑडिटोरियम में हुआ । पहले दिन लेखकों -साहित्यकारों ने विभिन्न...
ख़बर

कमला भसीन, गेल ओमवेट, मन्नू भंडारी और अपराजिता शर्मा को ऐपवा ने किया याद

हाल में नारीवादी कमला भसीन (25 सितम्बर), इतिहासकार गेल ओमवेट (25 अगस्त), साहित्यकार मन्नू भंडारी (15 नवंबर) और रेखा- चित्रकार अपराजिता शर्मा (15 अक्टूबर) का...
सिनेमा

हिंदी सिनेमा में दिखती ‘आदर्श’ दुनिया पर हिटलर के प्रभाव की शिनाख्त करती किताब

समकालीन जनमत
शक्ति ‘इतिहास, अतीत और वर्त्तमान के बीच कभी न खत्म होने वाला संवाद है’: ई. एच. कार यूँ तो अडोल्फ़ हिटलर और फासीवाद के बारे...
साहित्य-संस्कृति

   प्रगतिशील साहित्य के पक्ष में बहस का एक तेवर : केदारनाथ अग्रवाल का आलोचनात्मक लेखन

गोपाल प्रधान
केदारनाथ अग्रवाल के आलोचनात्मक लेखन पर उनके जीवनकाल में ध्यान नहीं दिया गया । रामविलास शर्मा भी उनके गद्य की तारीफ़ उनकी चिट्ठियों के प्रसंग...
पुस्तक

इतिहास की सीख: मार्क्सिज्म 1844-1990: ओरिजीन्स, बिट्रेयल, रीबर्थ

गोपाल प्रधान
1992 में रटलेज से रोजर एस गाटलिएब की किताब ‘मार्क्सिज्म 1844-1990: ओरिजीन्स, बिट्रेयल, रीबर्थ’ का प्रकाशन हुआ । किताब के नौ अध्याय चार हिस्सों में...
ख़बर

जनता के पक्ष में इतिहास की रचना करने वाले एक अमूल्य इतिहासकार थे डीएन झा : भाकपा माले

पटना। प्राचीन व मध्यकालीन भारत के जाने-माने इतिहासकार प्रो. डीएन झा के निधन पर भाकपा-माले ने गहरा शोक प्रकट किया है. पार्टी महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य...
इतिहास

दुनिया की संस्कृतियाँ और धान

जनार्दन
पड़ोसी देश पाकिस्तान और हमारे बीच कई छोटे-मोटे मसले पैदा होते हैं। कुछ तो स्थाई हैं। कई छोटी-बड़ी असहमतियां और अहंकार हैं, जो समय-समय पर...
इतिहास

इतिहास में स्त्री: उमा चक्रवर्ती

समकालीन जनमत
स्त्रियां हमारे देश-समाज का एक बड़ा हिस्सा हैं लेकिन इतिहास में उनकी हिस्सेदारी उसी तरह कम है जिस तरह अन्य क्षेत्रों में । इतिहास में...
ज़ेर-ए-बहसव्यंग्य

रोमिला थापर की सीवी बनाम मोदी सरकार की डिग्री

समकालीन जनमत
धर्मराज कुमार  आजकल सोशल मीडिया पर दिलचस्प ख़बर पढ़ने को मिलती है। ऐसी ही ख़बरों के हवालों से पता चला कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रशासन...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति

अपने-अपने रामविलास: प्रणय कृष्ण

प्रणय कृष्ण
आज रामविलास जी का जन्मदिन पड़ता है.  इस अवसर पर प्रणय कृष्ण का लिखा आलेख ‘अपने अपने रामविलास’ समकालीन जनमत के पाठकों के लिए यहाँ...
इतिहास

क्यों डरती रही हैं भारत की सरकारें 1857 से

समकालीन जनमत
1857 ने जिस राष्ट्रवाद का आगाज किया था, उसकी विरोधी शक्तियां आजाद भारत में सत्ता के शिखर पर पहुंच चुकी हैं. यानी पहली जंग-ए-आजादी ने...
जनमत

अवध का किसान विद्रोह : किसानों और मेहनतकशों की स्थिति को समझने के लिए एक जरूरी किताब

समकालीन जनमत
डॉ चन्द्र भूषण अंकुर भारत एक कृषि प्रधान देश है, यह बात विद्यार्थियों को 20वीं शताब्दी तक प्राथमिक कक्षाओं में रटा दी जाती थी किन्तु...
ज़ेर-ए-बहस

उदारमना संस्कृति का सामर्थ्य

समकालीन जनमत
  पंकज चतुर्वेदी: मशहूर कथन है कि ”Interpretation depends on intention.” यानी व्याख्या इरादे पर निर्भर है। अगर आपकी नीयत नफ़रत और हिंसा फैलानेे की...
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