समकालीन जनमत
ख़बर

हजारों लोगों ने मानव शृंखला बना मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में नीतीश-मोदी का इस्तीफा मांगा

पटना में माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य सहित वाम पार्टियों, राजद-सपा के नेता हुए शामिल.

 नीतीश-मोदी राज के खिलाफ सड़कों पर दिखी विपक्षी पार्टियों की बड़ी एकता.

 पटना शहर के बुद्धिजीवियों, संस्कृतिकर्मियों, शिक्षकों व न्यायप्रिय नागरिकों ने भी लिया हिस्सा

 स्टेशन गोलबंर से रेडियो स्टेशन तक खड़ी की गई मानव जंजीर

 

पटना. मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व सुशील कुमार मोदी के इस्तीफे, सभी शेल्टर गृहों की सीबीआई जांच और जांच से जुड़े मामलों के मीडिया में प्रकाशन पर रोक के आदेश को तत्काल रद्द करने की मांग पर 28 अगस्त को वाम दलों के आह्वान पर पूरे बिहार में मानव शृंखला का आयोजन किया गया. मानव शृंखला को राजद, समाजवादी पार्टी, हम आदि पाटियों ने भी अपना सक्रिय समर्थन दिया. पूरे बिहार में दसियो हजार लोगों ने दोपहर 12 बजे से 1 बजे तक कतारबद्ध होकर बलात्कार की संस्कृति के खिलाफ आवाज उठाई और उसपर तत्काल रोक लगाने की मांग की.

पटना में आयोजित मानव शृंखला में भाकपा-माले के महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य व राज्य सचिव कुणाल, सीपीआई के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह, सीपीआईएम के राज्य सचिव अवधेश कुमार, एसयूसीआईसी के राज्य सचिव अरूण कुमार सिंह, फारवर्ड ब्लाॅक के महासचिव अशोक कुमार आदि प्रमुख नेता शामिल हुए. राजद के बिहार राज्य अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे भी वाम दलों द्वारा आहूत मानव शृंखला के हिस्सा बने.

Публикувахте от Kumar Parvez в Вторник, 28 август 2018 г.

इन प्रमुख नेताओं के अलावा पटना विश्वविद्यालय की पूर्व शिक्षिका व ऐपवा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो. भारती एस कुमार, डा. पीएनपी पाल, सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुमार मणि, बिहार महिला समाज की निवेदिता झा, राज श्री किरण, माले के वरिष्ठ नेता केडी यादव,  समकालीन जनमत के प्रधान संपादक रामजी राय, इंसाफ मंच के राजाराम, प्रो. संतोष कुमार, डाॅ. अलीम अख्तर, सीपीआई के रवीन्द्र नाथ राय, सीपीआईएम के अरूण मिश्रा, खेग्रामस के बिहार राज्य सचिव गोपाल रविदास, जनवादी महिला संगठन की रामपरी देवी सहित बड़ी संख्या में छात्र-नौजवान, संस्कृतिकर्मी, नाट्यकर्मी आदि भी शृंखला में शामिल हुए. कोरस व इप्टा की सांस्कृतिक टीम, आइसा-एआईएसएफ, इनौस-एआईवाईएफ, डीवीएफआई, एआईडीएसओ, पीडीएस आदि छात्र-युवा संगठन भी शामिल हुए.

मानव शृंखला में खड़े लोग विभिन्न मांगों से संबंधित तख्तियां हाथों में लिए हुए थे. बालिका गृह के जिम्मेवार नीतीश-मोदी इस्तीफा दो, सभी शेल्टर गृहों की सीबीआई जांच कराओ, प्रेस की आजादी पर हमला नहीं सहेंगे, भाजपा-जदयू की नारी है, नहीं सुरक्षित नारी है, बीच जांच में सीबीआई एसपी का तबादला क्यों नीतीश-मोदी जवाब दो आदि मांगों से जुड़ी तख्तियां लिए मानव जंजीर में शामिल हुए.

बेगुसराय में मानव श्रृंखला

मानव शृंखला के दौरान माले महासचिव ने कहा कि अब संगठित बलात्कार व अपराध के अपराधियों को बचाने की कोशिश की जा रही है. पटना उच्च न्यायालय द्वारा मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की जांच से जुड़ी खबरों को प्रकाशित करने पर रोक पूरी तरह अलोकतांत्रिक तथा संविधान विरोधी कदम है. आज हम सब इसका विरोध करने आए हैं. इस कांड से जुड़े तथ्यों को जानने का हक बिहार की पूरी जनता को है, इसे खारिज नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस जांच की आंच सत्ता के शीर्ष पर बैठे नेताओं तक पहुंच रही है, इसलिए इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. आज बिहार महिलाओं के दमन-उत्पीड़न का केंद्र बन गया है. बिहिया से लेकर सासाराम, नालंदा, सहरसा हर जगह महिलाओं पर मध्ययुगीन बर्बरता लिए हमले किए जा रहे हैं. महिलाओं के प्रति भाजपा-आरएसएस का जो नजरिया है, वह बिहार में चारो तरफ दिख रहा है. बिहार की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी. नीतीश-मोदी सरकार को जाना होगा.

दरभंगा में मानव शृंखला का नेतृत्व माले के पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा, औरंगाबाद में राजाराम सिंह, नालंदा में शशि यादव, नवादा में सरोज चौबे, मुजफ्फरपुर में मीना तिवारी, डुमरांव में मनोज मंजिल, बेगुसराय में शिवसागर शर्मा, जमुई में आर एन ठाकुर, गोपालगंज में सत्यदेव राम, कटिहार में महबूब आलम, आरा में राजू यादव, सुदामा प्रसाद, जवाहर लाल सिंह, कयामुद्दीन अंसारी, दिलराज प्रीतम, इंदू सिंह, संगीता सिंह, सिवान में पूर्व विधायक अमरनाथ यादव व नईमुद्दीन अंसारी, अरवल  में महानंद, जहानबाद में रामबलि यादव व श्रीनिवास शर्मा, गया में निरंजन कुुमार आदि नेताओं ने किया. बिहारशरीफ में हाॅस्पिटल मोड़ के पास दो किलोमीटर लंबा मानव शृंखला बनाया गया. इसमें दुकानदार व आम लोग भी शामिल हुए. भागलपुर में एस के शर्मा, विंदेश्वरी मंडल, मुकेश मुक्त आदि नेताओं ने मानव जंजीर का नेतृत्व किया.

Related posts

3 comments

Comments are closed.

Fearlessly expressing peoples opinion