समकालीन जनमत

Author : कविता कृष्णन

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कविता कृष्णन भाकपा माले की पोलित ब्यूरो की सदस्य और आल इंडिया प्रोग्रेसिव वीमेन एसोसिएशन (एपवा ) की सचिव हैं
स्मृति

‘ कमला अब तारों के साथ नाच रही होंगी और उन्हीं की झंकार से नए गीत बना रही होंगी ’

कविता कृष्णन
मेरे लिए कमला से सबसे बड़ी चीज सीखने वाली ये थी कि नारीवादी और प्रगतिशील आंदोलनों को कैसे इतने सहज शब्दों में कहें, अभिव्यक्त करें...
जनमत

अलीगढ़ की बच्ची के लिए न्याय मांगें – सांप्रदायिक फ़ेक न्यूज़ से बचें : कविता कृष्णन

कविता कृष्णन
अलीगढ़/ टप्पल में बच्ची की हत्या की घटना सामने आयी है. पुलिस के अनुसार, ज़ाहिद और असलम नाम के दो लोगों ने बच्ची के पिता...
ज़ेर-ए-बहस

बीजेपी के लिए वोट गोडसे के लिए वोट है

कविता कृष्णन
  आइए मोदी को याद दिलाएं –: 1947 में उनके नायक गोलवलकर ने कहा था कि यदि आरएसएस को मजबूर किया गया तो वह भारत...
ज़ेर-ए-बहस

ज़िम्मेदारी लेने के बजाय दिल्ली की यौन उत्पीड़न और हत्या की घटना का साम्प्रदायिकरण

कविता कृष्णन
पश्चिमी दिल्ली के बसाईदादरपुर गाँव में 11 मई की रात को ध्रुवराज त्यागी अपनी 26 वर्षीय बेटी का माइग्रेन का इलाज कराकर अस्पताल से लौट रहे थे. अपने घर वाली गली में ही उनकी बेटी के साथ कुछ स्थानीय लड़कों ने सड़क पर यौन उत्पीड़न किया. बेटी को घर पर छोड़ कर ध्रुव त्यागी उन युवकों के माता-पिता से मिलने गए। उनको लगा कि ऐसा करके वे उन लड़कों को अपनी ग़लती का अहसास दिला पाएँगे, पर इन लंपटों ने अपने परिवार वालों के साथ मिलकर ध्रुव त्यागी और उनके बेटे पर चाक़ू और पत्थरों से वार किए और इस हमले में त्यागी की हत्या हुई और उनके बेटे घायल हुए. पुलिस ने इस हत्या के लिए मुख्य आरोपी शमशेर आलम, उनके दो भाई और उनके पिता जहांगीर खान को गिरफ़्तार किया है. हमले के दौरान आस पास के लोग मूक दर्शक...
जनमत

आर्थिक रूप से पिछड़ों को 10 प्रतिशत आरक्षण, मोदी सरकार की हताशाभरी भटकाऊ चालबाज़ी

कविता कृष्णन
2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान चलाये गये प्रचार अभियान में नरेन्द्र मोदी ने हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार के अवसर सृजन करने...
ज़ेर-ए-बहस

क्या भारत के लोगों के लिए ‘ न्याय की रोटी ‘ उतनी ही ज़रूरी नहीं जितनी रोज़ी रोटी, शिक्षा, अस्पताल

कविता कृष्णन
संघी फासीवादियों के लिए उनके द्वारा ध्वस्त किए गए मस्जिद के स्थान पर एक मंदिर फासीवाद के लिए एक विजय घोष जैसा होगा. लेकिन इस...
ज़ेर-ए-बहस

जेल का भय रिश्ते का आधार नहीं, संवैधानिक नैतिकता से बनेगा लोकतांत्रिक समाज

कविता कृष्णन
अगर हमारे कानून सामाजिक नैतिकता के आधार पर बनने लगे तो सोचिए कि हमारे समाज का क्या होगा ! क्योंकि सामाजिक नैतिकता तो अक्सर यही...
जनमत

तीन तलाक़ अध्यादेश

कविता कृष्णन
क्या कोई समाचार चैनल है जिसने तत्काल/त्वरित तीन तलाक़ के खिलाफ अध्यादेश पर चर्चा करने से पहले खुद को और दर्शकों को विवाह व तलाक़...
ज़ेर-ए-बहस

समलैंगिक और ट्रांस जेंडर लोगों के सम्मान और बराबरी के अधिकार पर हमला है सेक्शन 377

कविता कृष्णन
1917 के रूसी क्रांति के बाद रूस की क्रांतिकारी सरकार ने समलैंगिकता को अपराध के दायरे से बाहर किया. भारत में समलैंगिकता को अपराध बनाने...
जनमतज़ेर-ए-बहसशख्सियत

माँ तुझे सलाम !

कविता कृष्णन
(माँ केवल ममता का ही खज़ाना नहीं है बल्कि समझदारी का भी स्रोत होती है.  समाज के बारे में, नैतिकता, यौनिकता, सही और गलत के...
दुनिया

आहेद को आज़ाद करो ! फिलिस्तीन को मुक्त करो !

कविता कृष्णन
  17 वर्षीय फिलिस्तीनी लड़की आहेद तमीमी इसरायली जेल में हैं क्योंकि उसने अपने घर को इसरायली सैनिकों से बचाने की कोशिश की थी. उसे...
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