समकालीन जनमत

Author : कौशल किशोर

50 Posts - 0 Comments
कौशल किशोर, कवि, समीक्षक, संस्कृतिकर्मी व पत्रकार हैं। वे जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष हैं।
स्मृति

‘समकालीन जनमत’ की प्रबंध संपादक मीना राय नहीं रहीं

कौशल किशोर
उनमें गोर्की की ‘माँ’ का रूप दिखता है    ‘समकालीन जनमत’ की प्रबंध संपादक, जन संस्कृति मंच उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा हम सब...
कविता

‘ क्षितिज से उगेगा चंद्रमा ’ : परिवर्तन के पक्ष में मनुष्यता का गान

कौशल किशोर
जितेन्द्र कुमार कविता की दुनिया के सजग और सचेत नागरिक हैं। इनकी पहली कविता पुस्तक ‘रात भर रोई होगी धरती’ करीब 25 साल पहले आई...
स्मृति

गुरशरण सिंह होने का मतलब ‘ हिन्दुस्तान को इंकलाब की शक्ल में देखना ’

16 सितम्बर प्रसिद्ध नाटककार और क्रांतिकारी रंगमंच के प्रणेता गुरशरण सिंह का जन्मदिन है। इस मौके पर पंजाब की जनवादी संस्थाएं उन्हें याद करेंगी। वे...
कविता

डॉ ज़रीन हलीम का कविता संग्रह ‘ आठ पहर ’: ‘परवाज की आदत है ….उड़ जाएंगे ’

कौशल किशोर
‘कविता के बीज नहीं होते/जो बाजारों में हों उपलब्ध/जो किसी एक ऋतु के हो बंधक/और घर-घर यूं ही पड़े मिलें/जो सबके हाथों मसले जाएं/जिनका कोई...
पुस्तक

सुरेश कांटक का उपन्यास ‘ खेत ‘ : परिवर्तन का सांस्कृतिक दस्तावेज

कौशल किशोर
हिंदी साहित्य का बहुलांश नगरी व महानगरीय हुआ है। वहां मध्यवर्गीय जीवन, मन: स्थिति, उसकी विसंगतियां, जद्दोजहद आमतौर पर पढ़ने को मिलता है। यही कथा...
पुस्तक

लम्हों की चीख़ : दर्द-ए-इतिहास भी और पैगाम भी

कौशल किशोर
कोरोना का भयानक दौर बीत गया। पर आज भी उसे याद करते ही मन मस्तिष्क सिहर उठता है। वह एक बड़ी त्रासदी थी। हम सब...
स्मृति

पाश : सपने हर किसी को नहीं आते

कौशल किशोर
शहादत दिवस (23 मार्च) पर  ‘भगत सिंह ने पहली बार पंजाब/जंगलीपन, पहलवानी व जहालत से/बुद्धिवाद की ओर मोड़ा था/जिस दिन फांसी दी गई/उनकी कोठरी में...
शख्सियत

वरवर राव : कवि जीता है अपने गीतों में

कौशल किशोर
वरवर राव एक ऐसी शख्सियत का नाम है जो सत्ता के आगे न झुकता है, न दमन से टूटता है। वह आज फासीवाद के विरुद्ध...
स्मृति

सईद शेख : गुम हो गई एक प्रवासी की आवाज

कौशल किशोर
 सईद शेख नहीं रहे। मन-मस्तिष्क को झटका लगा। पुरानी यादें ताजा हो गईं। मेरा उनसे सजीव संबंध नहीं था। पर उनके जीवन और उनके साथ...
स्मृति

फूल और उम्मीद के कवि हैं गोरख पाण्डेय

कौशल किशोर
29 जनवरी गोरख पांडेय का स्मृति दिवस है। यह उनकी 34 वीं पुण्यतिथि है। उनका जन्म 1945 (पंडित के मुंडेरवा, जिला देवरिया, उत्तर प्रदेश) में...
शख्सियत

रामनिहाल गुंजन: शब्द संस्कृति के साधक

कौशल किशोर
जन्मदिवस (9 नवंबर) पर (रामनिहाल गुंजन : जन्म – 9 नवम्बर 1936 , मृत्यु – 19 अप्रैल 2022) वरिष्ठ आलोचक रामनिहाल गुंजन का आज 86...
स्मृति

प्रोफ़ेसर मैनेजर पांडेय मुँह में ज़बान रखने वाले आलोचक थे: कौशल किशोर

कौशल किशोर
  शीर्षस्थ कथाकार शेखर जोशी के निधन के शोक से हम अभी उबर भी नहीं पाए थे कि प्रसिद्ध मार्क्सवादी आलोचक, सामाजिक-सांस्कृतिक चिंतक, ओजस्वी वक्ता...
स्मृति

अखिलेश मिश्र : एक जन बुद्धिजीवी

कौशल किशोर
अखिलेश मिश्र जन्मशती (20.10.2022) पर स्मृतियों के लोप के इस दौर में अखिलेश मिश्र को याद करना वर्तमान के संघर्ष का हिस्सा है। यह उनका...
स्मृति

“ मैं जिन्दा हूँ, जिन्दा रहूँगा/भेष बदल सकता हूँ/उद्देश्य नहीं/चित्र बदल सकता हूँ,/चरित्र नहीं ”

कौशल किशोर
पांच जुलाई को जब लखनऊ के बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता चिन्हट क्षेत्र में एकत्र होकर 1857 में अवध खासतौर से लखनऊ की जनता के बहादुराना संघर्ष...
ख़बर

‘औरत ही रोती है पहले’- रोशनी में अंधेरे की पड़ताल करती कविताएँ

कौशल किशोर
लखनऊ, 12 जून। मिथिलेश श्रीवास्तव की कविताओं का तीसरा संग्रह है ‘औरत ही रोती है पहले’। यह पिछले दिनों परिकल्पना प्रकाशन, दिल्ली से आया। लिखावट...
ज़ेर-ए-बहस

लघु पत्रिका आंदोलन : कुछ बातें

कौशल किशोर
हम जब भी लघु पत्रिकाओं पर विचार करते हैं तो वर्तमान में मीडिया और पत्रकारिता की भूमिका हमारे सामने होती है। यह बताने की जरूरत...
स्मृति

जनमुक्ति के संघर्ष व स्वप्न का कवि विजेन्द्र

कौशल किशोर
स्मृति दिवस 29 अप्रैल   पिछले साल आज के दिन 29 अप्रैल को हमने अपना अग्रज साथी, सहयोद्धा, लोकधर्मी कवि और साहित्य चिन्तक विजेन्द्र को...
स्मृति

संगठन और आन्दोलन के व्यक्ति थे सुरेश पंजम

कौशल किशोर
प्रथम स्मृति दिवस 25 अप्रैल ‘ वे नष्ट कर सकते हैं/तमाम फूलों को पर बसंत को आने से/वे रोक नहीं पायेंगे ’  यह सुरेश पंजम...
स्मृति

जीवन के रंग और राग में सराबोर है लालसा लाल तरंग का साहित्य

कौशल किशोर
12 अप्रैल स्मृति दिवस पर कोरोना महामारी के दौरान हमने साहित्य व समाज के ऐसे महत्वपूर्ण लोगों को खोया है जिनकी बेहद जरूरत थी। दूसरी...
स्मृति

कामरेड सी बी सिंह सबके प्रिय और जरूरी थे

कौशल किशोर
कामरेड सीबी सिंह नहीं रहे। उनका निधन मऊ में हुआ। वे मूलतः बलिया के रहने वाले थे। 1970 के दशक में वे लखनऊ आए और...
Fearlessly expressing peoples opinion