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स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर वाराणसी में निकाला गया संविधान, लोकतंत्र व आजादी बचाओ मार्च

वाराणसी। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर संविधान, लोकतंत्र व आजादी बचाओ मार्च अंबेडकर पार्क कचहरी से जिला मुख्यालय तक निकाला गया। मार्च व सभा के माध्यम से संविधान जलाने वालों को गिरफ्तार करने, उमर खालिद के हमलावरों को जेल भेजने व मिर्जापुर में दलितों पर दमन ढाने वालों पर तत्कार कार्रवाई करने की मांग उठाई गई।

मार्च का आयोजन आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, इंसाफ मंच, अर्जक संघ, महिला जागृति समिति व भाकपा माले द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए एबीएसएस के जिला अध्यक्ष श्याम नारायण प्रसाद ने कहा कि मोदी राज मूलतः मनुवादी फासीवादी राज में तब्दील में हो गया है। यही वजह है कि संसद के बगल में संविधान को जलाने वाले खुलेआम घूम रहे हैं और वहीं आसपास छात्र नेता उमर खालिद पर गोली चलाकर हमलावर आराम से निकल जा रहे हैं और बेकसूर चंद्रशेखर रावण 14 महीनों से जेल में है।

भाकपा माले की केंद्रीय कमेटी के सदस्य मनीष शर्मा ने कहा कि योगी-मोदी राज में दबंगों-सामंत-मनुवादी ताकतों को दिल्ली से लेकर मिर्जापुर तक खुला संरक्षण मिला हुआ है। मिर्जापुर के लालगंज इलाके में जिस तरह दबंगों ने पुलिस की सरपस्ती में दलितों को अपनी ही जमीन से उजाड़ दिया, बुरी तरह मारा-पीटा। महिला के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा दिया, उससे यह बात साफ हो गई है कि यह सरकार घनघोर दलित-गरीब विरोधी है।

सभा व मार्च में मुख्य रूप से डॉ. मोहम्मद आरिफ, नंदकिशोर, अमरनाथ राजभर, सागर गुप्ता, कमलेश यादव, सुमन, अनूप श्रमिक, कामता प्रसाद, जगधारी बिंद, एसपी राम, प्यारेलाल, अरुण कुमार प्रेमी, विनोद कुमार, श्रीराम, जयप्रकाश भारती, रमेश कुमार, विनय कुमार, किशोरी लाल कश्यप, वीरेंद्र कुमार, अशोक कुमार, एडवोकेट मीना देवी, एडवोकेट प्रेम नाथ शर्मा, छेदी लाल, राजेश कुमार आदि मौजूद थे।

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