समकालीन जनमत

Month : September 2018

कविताजनमत

युवा कविता की एक सजग, सक्रिय और संवेदनशील बानगी है निशांत की कविताएँ

उमा राग
जब भी कोई नई पीढ़ी कविता में आती है तो उसके समक्ष सबसे बड़ा प्रश्न होता है कि वह अपने से ठीक पहले की पीढ़ी...
जनमत

हत्या जिनकी भी हो, पुरजोर विरोध कीजिएः तभी बचेगा समाज, तभी बचेगा देश !

जितेन्द्र कुमार
एप्पल कंपनी में मैनेजर के पद पर काम करने वाले विवेक तिवारी को शुक्रवार देर रात गश्त कर रहे उत्तर प्रदेश पुलिस के कॉन्स्टेबल ने...
जनमत

आधार पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय : आने वाला इतिहास असहमति वाले अल्‍पमत निर्णय को ही सही ठहरायेगा

समकालीन जनमत
सर्वोच्‍च न्‍यायालय का निर्णय लाखों लोगों को मायूस करने वाला है, क्‍योंकि देश के गरीबों को पीडीएस एवं मनरेगा जैसी जनकल्‍याण की योजनाओं से वंचित...
जनमत

मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी : सर्वोच्‍च न्‍यायालय की निगरानी में एस.आई.टी. द्वारा जांच ही उचित

यह संतोषजनक है कि पुणे पुलिस द्वारा बिना जांच किये ही आरोप लगा कर जेल भेजने की सर्वोच्‍च न्‍यायालय ने अनुमति नहीं दी और उन्‍हें...
ख़बर

98 फीसदी डीटीसी कर्मचारियों ने हड़ताल के पक्ष में वोट डाला

नई दिल्ली. डीटीसी के कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों ने स्ट्राइक बैलट किया और 10 हज़ार 69 वोट हड़ताल के पक्ष में डाल कर संघर्ष और जनवाद का...
चित्रकला

भारतीय चित्रकला में ‘कथा’ : 3

अशोक भौमिक
वह 'कथा' जिसे हम किसी चित्र में चित्रित पाते है , वास्तव में उस कथा से हमारा परिचय चित्र के माध्यम से नहीं बल्कि साहित्य...
ख़बर

शहीदे आज़म भगत सिंह के जन्मदिन पर हल्द्वानी में भाकपा माले की इंकलाब रैली

समकालीन जनमत
भाकपा(माले) ने 28 सितंबर को शहीदे आज़म भगत सिंह के जन्मदिवस पर "इंकलाब रैली" का आयोजन किया। इस रैली में हेतु माले के मजदूर, किसान...
ज़ेर-ए-बहस

जेल का भय रिश्ते का आधार नहीं, संवैधानिक नैतिकता से बनेगा लोकतांत्रिक समाज

कविता कृष्णन
अगर हमारे कानून सामाजिक नैतिकता के आधार पर बनने लगे तो सोचिए कि हमारे समाज का क्या होगा ! क्योंकि सामाजिक नैतिकता तो अक्सर यही...
ख़बर

भाकपा-माले की पटना के गांधी मैदान में ऐतिहासिक रैली, भाजपा को उखाड़ फेंकने का आह्वान

कुमार परवेज़
माले महासचिव ने कहा कि मोदी का साढ़े चार साल तबाही का काल है. मोदी ने कहा था कि बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी...
जनमत

असली नक्सलियों के बीच

प्रेमकुमार मणि
भाकपा माले खुद को आज भी बदल रही है . इसी महीने 5 सितम्बर को गौरी लंकेश की बरखी पर पार्टी महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और...
मीडिया

पत्रकारों पर हमले के ख़िलाफ़ कन्वेंशन में पत्रकार सुरक्षा कानून और प्रेस आयोग के गठन की माँग

सुशील मानव
नई दिल्ली. कमेटी एगेंस्ट एसॉल्ट ऑन जर्नलिस्ट (काज)  द्वारा दिल्ली के कांस्टीट्युशन क्लब ऑफ इंडिया में 22 और 23 सितम्बर को पत्रकारों पर हमले के...
मीडिया

गुरिल्ला इमरजेंसी के दौर में मीडिया : मध्यप्रदेश की कहानी

जावेद अनीस
  भारत में मीडिया की विश्वसनीयता लगातार गिरी है, 2018 विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत 180 देशों की सूची में 2 अंक नीचे खिसकर...
ख़बर

सीएम योगी के हेट स्पीच मामले में न्यायिक लड़ाई लड़ रहे परवेज़ परवाज़ गैंग रेप केस में गिरफ्तार

समकालीन जनमत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वर्ष 2007 में घृणा भाषण ( हेट स्पीच ) के मामले में न्यायिक लड़ाई लड़ रहे सामाजिक कार्यकर्ता परवेज परवाज को...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति

जबरदस्त कवि, बड़े सम्पादक, सिनेमा और संगीत के अध्येता, गंभीर पाठक, भाषाओं और यारों के धनी विष्णु खरे की याद

अशोक पाण्डे अलविदा विष्णु खरे – 1 जबरदस्त कवि, बड़े सम्पादक, सिनेमा और संगीत के अध्येता, गंभीर पाठक, भाषाओं और यारों के धनी उस आदमी...
जनमतसिनेमास्मृति

कल्पना लाज़मी के सिनेमा में एक सशक्त स्त्री की छवि उभरकर सामने आती है

समकालीन जनमत
यूनुस खान   कल्‍पना लाजमी का जाना हिंदी फिल्‍म जगत का एक बड़ा नुकसान है। बहुत बरस पहले एक सीरियल आया था ‘लोहित किनारे’। ये...
ज़ेर-ए-बहस

मजदूरों को निचोड़ने और फेंकने का काल है यह

आज संगठित और असंगठित, दोनों क्षेत्रों में मजदूरों की दशा, अमानवीयता का सामना कर रही है। अपने देश में ज्यादातर मजदूर असंगठित क्षेत्रों में काम...
मीडिया

पत्रकारों के उत्पीड़न के ख़िलाफ़ जनमत तैयार करने के संकल्प के साथ CAAJ कन्वेंशन का समापन

समकालीन जनमत
नई दिल्ली. दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन हॉल में 22-23 सितंबर को आयोजित कमेटी अगेन्स्ट असॉल्ट ऑन जर्नलिज़्म (CAAJ) सम्मेलन पत्रकारों के उत्पीड़न के ख़िलाफ़ देश भर...
शख्सियतसिनेमा

अभिव्यक्ति के प्रति ईमानदार एक रचनाकार की त्रासदी ‘मंटो’

अमरेंद्र नाथ त्रिपाठी ‘मंटो’ बायोपिक फिल्म की बहुत समय से प्रतीक्षा कर रहा था। समय-समय पर आने वाले ट्रेलर या वीडियो के टुकड़े इंतिजार को...
जनमतसाहित्य-संस्कृति

जनगीतों का सामाजिक सन्दर्भ

समकालीन जनमत
डॉ. राजेश मल्ल   साहित्य अपने अन्तिम निष्कर्षों में एक सामाजिक उत्पाद होता है। कत्र्ता के घोर उपेक्षा के बावजूद समय और समाज की सच्चाई...
जनमतशख्सियतसिनेमा

ज़मीर को हर शै से ऊपर रखने वाले मंटो

अखिलेश प्रताप सिंह. खुदा ज्यादा महान हो सकता है लेकिन मंटो ज्यादा सच्चे दिखते हैं और उससे भी ज्यादा मनुष्य, क्योंकि मंटो को सब कुछ...
Fearlessly expressing peoples opinion