जनमत ‘ यह बाबा पूजने लायक नहीं है, ये बापू बहुत गंदा है ’शालिनी बाजपेयीApril 29, 2018April 29, 2018 by शालिनी बाजपेयीApril 29, 2018April 29, 201802493 अब मेरा मन और घबराने लगा, मुझे लगा अब कहां रह गई। कुछ देर बाद जब बेटी बाहर निकली तो बदहवास थी....। उसका यह हाल...
कहानी अल्पना मिश्र की कहानी : स्याही में सुर्खाब के पंखसमकालीन जनमतApril 29, 2018April 29, 2018 by समकालीन जनमतApril 29, 2018April 29, 201803840 जनतंत्र में 'जन' को नकार कर या पूरी तरह नियंत्रित मान लेना सही आकलन नहीं होगा, क्योंकि 'जन ' में अभी भी असहमति का साहस...