समकालीन जनमत

Month : March 2018

स्मृति

कर्मकर्ता और कवि रजनी तिलक ने पूरी ज़िंदगी मेहनतकशों की शोषण मुक्ति और सम्मान के नाम कर दिया- जसम

समकालीन जनमत
गंगाधर पान तावड़े का जाना प्रतिरोध के एक महत्वपूर्ण स्तंभ का जाना है- जसम सामाजिक कार्यकर्ता और प्रख्यात साहित्यकार रजनी तिलक का 30 मार्च 2018...
स्मृति

आधी रात कांपते हाथों, रुंधे कंठ और बहते हुए आंसुओं के बीच लिखा गया एक पत्र

समकालीन जनमत
 प्रधानमंत्री के नाम शहीद चन्द्रशेखर की मां का पत्र संतोष सहर   17 अप्रैल 1997 की वह शाम कभी नहीं भूलती जब मैं ‘समकालीन लोकयुद्ध’...
साहित्य-संस्कृति

मानसा में सखी सुल्तान

आशुतोष कुमार
  इस 23 मार्च को पंजाब के मानसा कस्बे में भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की तीन ख़ूबसूरत मूर्तियों का अनावरण किया गया. अनावरण  भाकपा...
शिक्षा

‘ स्वायत्तता’ का आगमन अर्थात अकादमिक संस्थानों को दुकान में तब्दील करने की तैयारी

उमा राग
(दिल्ली विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर  उमा राग का यह लेख  ‘  द वायर ’ में  29 मार्च को प्रकाशित हुआ  है )   हम से...
चित्रकला

कुम्भ मेले का लोगो : कला की सरकारी समझ का नायाब नमूना

अशोक भौमिक
अख़बार में छपे फोटो से पहले तो मुझे यह लगा कि उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री प्रयाग में 2019 में होने वाले कुम्भ मेले...
साहित्य-संस्कृति

एंगेल्स की शाहकार किताब ‘ द ओरिजिन आफ़ द फ़ेमिली, प्राइवेट प्रापर्टी एंड द स्टेट ’

गोपाल प्रधान
2010 में त्रिस्तम हन्ट की नई भूमिका के साथ एंगेल्स की महान किताब ‘द ओरिजिन आफ़ द फ़ेमिली, प्राइवेट प्रापर्टी एंड द स्टेट’ का प्रकाशन...
ख़बर

सी पी आई (एम एल ) लिबरेशन ने 2 अप्रैल की दलित स्ट्राइक का पुरजोर समर्थन किया

समकालीन जनमत
पश्चिमी बंगाल और दूसरे स्थानों पर अल्पसंख्यकों पर हिंसा की घटनाओं की कड़ी निंदा की मानसा, पंजाब।  सी पी आई (एम एल) लिबरेशन के मानसा...
ख़बर

आरएसएस-भाजपा को शिकस्त देना फौरी कार्यभार – भाकपा (माले)

समकालीन जनमत
भाकपा-माले के 10वें राष्ट्रीय महाधिवेशन के चौथे दिन राष्ट्रीय राजनीतिक परिस्थिति और वामपंथी कार्यभार पर व्यापक चर्चा हुई मानसा, पंजाब। भाकपा-माले के 10वें राष्ट्रीय महाधिवेशन...
ख़बर

फासीवाद की निर्णायक शिकस्त के लिए देश के राजनीतिक एजेंडे और माहौल को बदलना होगा : कॉ. दीपांकर भट्टाचार्य

समकालीन जनमत
  भाकपा माले के 10 वें महाधिवेशन में महासचिव कॉ. दीपांकर भट्टाचार्य का उद्घाटन भाषण    माले के 10वें पार्टी महाधिवेशन में शामिल भारत की...
जनमत

‘ हिंदुत्व का हिन्दू धर्म से कोई लेना देना नहीं ’

समकालीन जनमत
नई दिल्ली में ‘ देशप्रेम के मायने : संदर्भ आंबेडकर और भगत सिंह ’ नई दिल्ली.  भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस की पूर्व संध्या...
तस्वीरनामा

मार्क शगाल का एक ऐतिहासिक प्रतिरोध चित्र ‘ व्हाइट क्रुसिफिक्शन ’

अशोक भौमिक
  ( तस्वीरनामा की पांचवी कड़ी में रूसी चित्रकार मार्क शगाल और उनके प्रसिद्ध चित्र ‘व्हाइट क्रुसिफिक्शन’ के बारे में बता रहे हैं प्रसिद्ध चित्रकार...
ख़बर

बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर में ढाई महीने में 414 बच्चों की मौत

समकालीन जनमत
गोरखपुर, 23 मार्च। बीआरडी मेडिकल कालेज में वर्ष 2018 में भी बच्चों की मौत में कोई कमी नहीं आ रही है। वर्ष 2018 के ढाई...
ख़बर

जीविका के संसाधनों पर हक़ जमाने के लिए जनता को राजनीति पर हक़ जमाना होगा – कॉ. दीपांकर भट्टाचार्य

समकालीन जनमत
मानसा (पंजाब). मानसा में सी पी आई (एम् एल ) लिबरेशन के 10 वें महाधिवेशन की शुरुआत के मौके पर आज यहाँ शहीद भगत सिंह,...
कविता

यहीं कही रहेंगे केदारनाथ सिंह

समकालीन जनमत
मंगलेश डबराल, वरिष्ठ कवि हिन्दी कविता की एक महत्वपूर्ण पीढी तेज़ी से विदा हो रही है. यह दृश्य  दुखद और  डरावना  है जहां ऐसे बहुत...
जनमत

पटना में दिखाई गई फ्रेंच मानवविज्ञानी निकोलस जाउल की दलित संघर्ष पर केंद्रित फिल्म ‘संघर्ष ’

सुधीर सुमन
  पटना में दो दिवसीय ‘समय का गीत और प्रतिरोध का सिनेमा’ आयोजन दलित उत्पीड़न और सरकार के जनविरोधी कार्रवाइयों के प्रतिरोध में गीत गाये ...
जनमत

गंवई संवेदना और वैश्विक दृष्टि के कवि

समकालीन जनमत
अरुण आदित्य केदारनाथ सिंह करीब चार दशक से दिल्ली में रहते हुए भी ग्रामीण संवेदना के कवि बने रहे। छल-बल की इस राजधानी में भी...
साहित्य-संस्कृति

केदारनाथ सिंह के काव्य वैशिष्टय का अनुकरण नहीं किया जा सकता: प्रो विश्वनाथ प्रसाद तिवारी

समकालीन जनमत
साहित्यकारों, बुद्धिजीवियों, संस्कृतिकर्मियों ने प्रख्यात कवि केदारनाथ सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गोरखपुर, 21 मार्च। प्रेमचन्द पार्क में आज दोपहर बड़ी संख्या में जुटे साहित्यकारों,...
स्मृति

‘ संस्कृति खरगोश की तरह है, जो आने वाले खतरे का आभास देती है ’

समकालीन जनमत
कौशल किशोर   यह कैसा समय है कि साथ के लोग साथ छोड़े जा रहे हैं. कुंवर जी और दूधनाथ सिंह को हम ठीक से...
स्मृति

‘आदमी के उठे हुए हाथों की तरह’ हिन्दुस्तानी अवाम के संघर्षों को थामे रहेगी केदारनाथ सिंह की कविता : जसम

समकालीन जनमत
कवि केदारनाथ सिंह को जन संस्कृति मंच की श्रद्धांजलि जनतांत्रिक मूल्यों की अकाल-वेला में केदारनाथ सिंह की कविता जनप्रतिरोध के सारसों की अप्रत्याशित आवाज़ थी....
साहित्य-संस्कृतिस्मृति

‘ कविता भविष्य में गहन से गहनतर होती जाएगी ’

मनोज कुमार सिंह
  ( प्रख्यात कवि प्रो. केदारनाथ सिंह ने 26 फरवरी 2016 को गोरखपुर के प्रेमचंद पार्क में प्रो परमानंद श्रीवास्तव की स्मृति में ‘ कविता...
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